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सोने की माला बनी जान की दुश्मन,चाची ने मासूम भतीजे की हत्या कर घर में दफनाया

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Published : Sep 15, 2021, 6:09 PM IST

सोने की माला बनी जान की दुश्मन

यूपी के बाराबंकी में सोने की माला छुपाने और उसे बेच डालने की कहानी के सबको पता चल जाने से खिसियाई रिश्ते की एक चाची ने तीन वर्षीय भतीजे की निर्मम हत्या कर डाली. बच्चे की हत्या कर उसने शव को घर के अंदर ही गड्ढा खोदकर उसमें छिपा दिया. पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

बाराबंकी:जिले में सोने की माला छुपाने और उसे बेच डालने की सच्चाई से खिसियाई रिश्ते की चाची ने तीन वर्षीय भतीजे की निर्मम हत्या कर डाली. इतना ही नहीं बच्चे की हत्या कर उसने घर के अंदर ही गड्ढा खोदकर उसमें शव को छिपा दिया. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी चाची समेत उसके ससुर और पिता को गिरफ्तार किया है.प्रभारी निरीक्षक देवां धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

पुलिस के मुताबिक, देवां थाना क्षेत्र के तिरगुजी गांव के रहने वाले बक्षराज के घर मंगलवार को मंगल पूजन का आयोजन था. रात में कार्यक्रम होना था. जिसको लेकर पूरे परिवार में खुशी का माहौल था. दोपहर बाद बक्षराज की पत्नी ने अपने 3 वर्षीय पुत्र हिमांशु को नहलाया जिसके बाद हिमांशु इठलाते हुए घर से बाहर निकल गया और अचानक गायब हो गया. जिसके बाद घर वालों ने उसकी खोज खबर शुरू कर दी, लेकिन उसका कुछ पता न चल सका. जब हिमांशु का कोई पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में खबर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ और पड़ताल के बाद परिजनों द्वारा शक जाहिर किये जाने के आधार पर पड़ोसी प्रदीप के घर को खंगालना शुरू किया. इस दौरान प्रदीप की पत्नी ने जब विरोध किया तो पुलिस का शक और गहरा हो गया. घर की छानबीन में एक कमरे में ताजी मिट्टी देख पुलिस वाले चौंक गए. जब उस जगह की खुदाई की गई तो उस गड्ढे में हिमांशु का शव बरामद हुआ. शव बरामद होते ही कोहराम मच गया. पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

जानकारी देते मृतक के ताऊ.

बता दें कि तिरगुजी गांव के रहने वाले राम कुंवारे यादव के तीन पुत्र देशराज, बक्षराज और रामराज हैं. पूरा परिवार एक साथ ही रहता है. उनके पड़ोस में उनके पट्टीदार प्रदीप का घर है. करीब 4-5 दिन पहले रामराज की पत्नी और प्रदीप की पत्नी केतकी से मामूली बात पर झगड़ा हो गया था. छीना-झपटी में रामराज की पत्नी के गले से सोने की माला टूटकर गिर गई थी. रामराज की पत्नी इससे बेखबर थी. नहाते समय जब गले पर उसका हाथ लगा तो उसे माला गायब होने का पता चला. जिसपर उसने केतकी पर शक जाहिर किया, लेकिन केतकी साफ मुकर गई. इसके बाद बात बढ़ते-बढ़ते कसम खाने तक पहुंच गई. लिहाजा अगले दिन खेवली स्थित नरसिंह मंदिर में चारों महिलाएं गईं, जहां देशराज,बक्षराज की पत्नी और केतकी ने माला नहीं चुराने की कसम खाई. उसी दिन रामराज की पत्नी ने माला मिल जाने पर मंगल पूजन की मनौती मान ली. जिसके अगले दिन रामराज को पता चला कि केतकी ने वो माला एक सुनार को बेची है. उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करने की धमकी दी तो केतकी ने अपने पिता को बुला लिया फिर सभी सुनार की दुकान गए और केतकी के पिता ने पैसा देकर वो माला वापस लेकर रामराज की पत्नी को दे दिया. इस बात से केतकी को अपनी बेइज्जती महसूस हुई. मृतक मासूम के परिजनों ने आरोप लगाया है कि इसी बेइज्जती के चलते उसने हिमांशु की हत्या कर डाली.

मृतक हिमांशु.

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इस घटना के बारे में प्रभारी निरीक्षक देवां धीरज कुमार ने बताया कि आरोपी केतकी,उसके ससुर और उसके पिता को बच्चे की हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.

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