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दैनिक वेतन भोगी कर्मियों ने कतर्निया घाट पर्यटन को किया बंद, 14 महीनों से वेतन न मिलने से हैं नाराज

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Published : Dec 31, 2021, 4:16 PM IST

दैनिक वेतन भोगी कर्मियों ने कतर्निया घाट पर्यटन को बंद कर दिया है. कतर्निया घाट पर्यटन गेट पर वे इकट्ठा हुए और जमकर नारेबाजी की. ये सभी लोग 14 महीनों से वेतन न मिलने से नाराज हैं.

दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का प्रदर्शन
दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का प्रदर्शन

बहराइच: जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगीकर्मी गुरुवार को 14 महीने से वेतन न मिलने से विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की. अपनी पूर्व मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी वनकर्मी कतर्नियाघाट पर्यटन गेट बैरियर के पास इकट्ठा हो गए. वे सामूहिक रूप से धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान उन्होंने भीख मांग कर अपना विरोध जताया.

करीब 14 महीनों से वेतन न मिलने की वजह से परेशान वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मियों ने धरने पर बैठकर पूर्ण रूप से पर्यटन को बंद कर दिया. इस दौरान उन्होंने हाथ में कटोरा लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया. विरोध प्रदर्शन में कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के सैकड़ों दैनिक वेतन भोगीकर्मी अपने-अपने हाथों में कटोरा लेकर भीख मांगते नजर आए.

दैनिक वेतन भोगी कर्मी गुड्डू ने बताया कि पिछले 14 महीनों से काम के बदले में सरकार द्वारा विभाग से किसी भी तरीके का वेतन नहीं दिया गया. जिसकी वजह से हमारे घरों में अब भूखों मरने की नौबत आ गई है. बच्चों पढ़ाई और दवा तक का पैसा हमारे पास नहीं बचा है. ऐसी स्थिति में हम सभी लोग काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मौके पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी कतर्नियाघाट रामकुमार ने दैनिक वेतन कर्मियों से बात की. दैनिक वेतन कर्मियों ने बताया कि जब तक प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) आ करके लिखित आश्वासन नहीं देंगे तब तक हम सभी लोग धरना से नहीं हटेंगे.

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रामकुमार ने बताया की दूरभाष के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. देर शाम वन कर्मियों को वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा मना लिया गया है. वन कर्मियों को 15 जनवरी तक पूर्ण वेतन देने का दिलासा दिया गया है.

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