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हैमर थ्रो में बेटियों ने बनाया रिकॉर्ड, स्टेट लेवल पर जीते चार मेडल

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Published : Jan 12, 2021, 3:01 PM IST

यूपी के कौशाम्बी जिले में आयोजित हैमर थ्रो स्टेट प्रतियोगिता में बागपत जिले की चार बेटियों ने प्रतिभाग कर रिकॉर्ड बनाया है. सोमवार को बागपत पहुंचने पर लोगो ने उनका स्वागत कर मिठाइयां वितरित कीं. जीतकर लौटी बेटियों का कहना है कि यदि उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलें तो वे देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर देंगी.

बागपत की बेटियों ने रोशन किया नाम.
बागपत की बेटियों ने रोशन किया नाम.

बागपत: जिले में हुई हैमर थ्रो स्टेट प्रतियोगिता में बागपत जिले की चार बेटियों ने प्रतिभाग कर एक रिकॉर्ड कायम किया है. दो लड़कियों ने गोल्ड और दो ने सिल्वर मेडल जीतकर अपने गांवों के साथ जनपद का भी नाम रोशन किया है. सोमवार को बागपत पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत कर मिठाइयां वितरित कीं. जीतकर लौटीं बेटियों का कहना है कि अगर उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलें तो वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर देंगी.

बागपत की बेटियों ने रोशन किया नाम.

कौशाम्बी जनपद में 10 जनवरी को यूपी एथेलेटिक्स एसोसिएशन की तरफ से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. इस हैमर थ्रो प्रतियोगिता में बागपत जनपद की चार लड़कियों प्रीति, तानिया, नेहा और मीनाक्षी ने भी प्रतिभाग किया था. खेल के दौरान तानिया और नेहा ने गोल्ड मेडल जीता तो प्रीति और मीनाक्षी ने सिल्वर मेडल कब्जाया.

मेडल जीतकर बालैनी गांव पहुंचीं लड़कियों का जोरदार स्वागत करने के साथ लोगों ने उन्हें मिठाइयां खिलाईं. मेडल जीतकर लौटीं चारों लड़कियों ने कहा कि यदि सरकार उन्हें बेहतर सुविधाएं ते तो वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर देंगी.

आपको बता दें कि ये चारों लड़कियां जनपद के छोटे से गांवों की रहने वाली है. तानिया गाधी गांव, मीनाक्षी सिंघावली अहीर, नेहा और प्रीति अमीपुर बालैनी गांव की रहने वाली हैं. ये चारों बालैनी गांव में स्थित श्री कृष्णा कॉलेज के ग्राउंड में हैमर थ्रो का अभ्यास करती हैं. इन लड़कियों के कोच सतेंद्र यादव सभी बच्चों को हैमर थ्रो का निःशुल्क प्रशिक्षण देते हैं.

कौशाम्बी से 50 पोस्ट यूपी स्टेट खेलने के लिए गए
गांधी गांव में रहने वाली खिलाड़ी तानिया चौधरी ने बताया कि कौशाम्बी से 50 पोस्ट यूपी स्टेट खेलने के लिए गए थे. यूपी से हैमर थ्रो के खिलाड़ी भी पहुंचे थे. वहां पर 59 पॉइंट जीरो मीटर पर जीत हासिल की थी.

बालैनी गांव की रहने वाली खिलाड़ी प्रीति ने बताया कि पापा चाय की दुकान चलाते हैं. स्टेट में गोल्ड मेडल लाने की कोशिश की थी, लेकिन 44 पॉइंट पर सिल्वर मिला. आगे और मेहनत करेंगे, जिससे गोल्ड मेडल ला सकें. सुविधाएं नहीं हैं फिर भी मेहनत कर रहे हैं. सुविधाएं हो जाएंगी तो और भी अच्छा करेंगे.

लड़कियों को सिखा रहे हैं हैमर थ्रो
हैमर थ्रो खिलाड़ियों के कोच सतेंद्र यादव ने बताया कि वे इन लड़कियों को पिछले डेढ़ साल से हैमर थ्रो सीखा रहा हैं. कौशाम्बी में आयोजित हैमर थ्रो स्टेट प्रतियोगिता में 4 बच्चे गए हुए थे. इनमें से 2 ने गोल्ड ओर 2 ने सिल्वर जिता है. एक लड़की 23 किलोमीटर दूर गाधी गांव से आती है. एक सिंघावली अहीर और एक बालैनी गांव से आती हैं. 14-15 लड़कियों को हैमर थ्रो सिखा रहा हैं. बच्चियों ने अपने गांवों के साथ-साथ अपने मां-बाप का भी नाम रोशन किया है.

लड़कियों ने घरों से निकलकर हासिल किया मेडल
समाजसेवी डॉ. सूरजपाल यादव ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है. ग्रामीण अंचल की लड़कियों ने यूपी ओपन में गोल्ड और सिल्वर मेडल रिकॉर्ड के साथ जीता है. ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां घरों से निकलने में हिचक महसूस करती हैं, फिर भी इन लड़कियों ने घर से निकलकर मेडल हासिल किए हैं. ये गर्व की बात है. जनप्रतिनिधि के माध्यम से सरकार के अधिकारियों से सुविधाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जाएगा.

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