अम्बेडकरनगर :जिले में धान खरीद को लेकर बड़ा गोलमाल सामने आया है. कागजों में तो खरीद दिखाई जा रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. पोर्टल पर जिन समितियों पर धान खरीद दर्शाया गया है, उन समितियों पर धान का एक दाना भी मौजूद नहीं है. किसान धान बेचने के लिए परेशान हैं, और शासन का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है.
कागजी दावों के इतर धान खरीद की जमीनी हकीकत परखने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने कुछ क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया. ईटीवी भारत की टीम सबसे पहले टांडा विकास खण्ड के साधन सहकारी समिति जगुई पर पहुंची. इस धान खरीद केंद्र पर पर सन्नाटा पसरा हुआ था. हालांकि, केंद्र खुला था और केंद्र प्रभारी भी मौजूद थे. इनसे जब हमने धान खरीद की स्थिति के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि अबतक 35 कुंतल धान की खरीद हुई है. धान खरीद के पोर्टल पर 12 नवम्बर की तारीख में इस केंद्र पर 45 कुंतल खरीद दर्शाई गई है, लेकिन इस केंद्र पर धान का एक भी दाना मौजूद नहीं था, जबकि अभी तक इस केंद्र से किसी मिल का एग्रीमेंट भी नहीं हुआ था. केंद्र प्रभारी सत्यराम से जब पूछ गया कि खरीदा गया धान कहां रखा गया है, तो वे इस बारे में कुछ बता नहीं सके.