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अलीगढ़ जहरीली शराब कांडः फरार नीरज चौधरी पर 25 हजार रुपये का इनाम

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Published : Jun 5, 2021, 5:16 AM IST

अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड के शराब कांड के बाद से मुख्य आरोपी नीरज चौधरी फरार है. नीरज चौधरी की धरपकड़ के लिये संभावित स्थानों पर पुलिस की दबिशों का सिलसिला जारी है. पुलिस ने नीरज पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. इस कांड में आरोपी ऋषि शर्मा भी फरार है. जिस पर एसएसपी ने 50 हजार रुपये इनाम घोषित हैं. वहीं शुक्रवार को ऋषि के इनाम की धनराशि बढ़ा कर 75 हजार रुपये कर दी है.

एसएसपी कलानिधि नैथानी
एसएसपी कलानिधि नैथानी

अलीगढ़: अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी नीरज चौधरी पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया है. नीरज चौधरी शराब कांड में गिरफ्तार अनिल चौधरी का साला है. शराब कांड के बाद से नीरज चौधरी फरार है. एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा गठित टीमों द्वारा फरार अभियुक्त नीरज चौधरी की धरपकड़ के लिये संभावित स्थानों पर दबिशों का सिलसिला जारी है.

इस कांड में आरोपी ऋषि शर्मा भी फरार है. जिस पर एसएसपी ने 50 हजार रुपये इनाम घोषित हैं. वहीं शुक्रवार को ऋषि के इनाम की धनराशि बढ़ा कर 75 हजार रुपये कर दी है.

वहीं दूसरी तरफ जिलेमें जहरीली शराब (poisonous liquor) पीने से हो रही मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक और भट्टा मजदूर की मौत हो गई. करीब 30 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. इनका जेएन मेडिकल कॉलेज समेत प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है. अकराबाद थाना क्षेत्र में 2 दिन पूर्व ईंट-भट्टा श्रमिकों द्वारा नहर किनारे पड़ी मिली लावारिस शराब पीने के मामले में अब तक 10 भट्टा मजदूरों की मौत हो चुकी है. बीते 8 दिनों से जहरीली शराब पीने से हो रही मौतों के मामले में शुक्रवार को सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने अब तक 98 लोगों की मौत की पुष्टि की है.

पढ़ें-अलीगढ़ शराब कांड अपडेट: सीएमओ बोले, अब तक 98 लोगों की हो चुकी मौत

सीएमओ ने दी जानकारी

सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि बुधवार से रोहेरा भट्टे से घटना शुरू हुई. वहां पर कुछ लोगों ने लावारिस पड़ी शराब का सेवन किया था. ऐसी हम को सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि हमने शुरू में ही निर्देश कर दिए थे कि सारे केस जेएन मेडिकल कॉलेज में ही लेकर आएं. तुरंत ही मैं और डॉक्टरों की टीम वहां पर निगरानी के लिए पहुंच गए थे. वहां पर हमने प्रयास किया कि लोगों को जल्दी से जल्दी ट्रीटमेंट मिले. वहीं, जिन लोगों को जेएन मेडिकल कॉलेज में सुविधा नहीं मिल पा रही थी, उनके लिए प्राइवेट नर्सिंग होम में व्यवस्था की गई थी.

जेएन मेडिकल कॉलेज में अभी तक 9 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है और लगभग 30 लोग अभी भी अलग-अलग जगह पर अपना इलाज करा रहे हैं. 30 लोग भर्ती थे, जिसमें से सात लोगों की डेथ जेएन मेडिकल में हुई है. सीएमओ ने बकाया कि एक पेशेंट अभी वरुण हॉस्पिटल में आ रहा है जो वेंटीलेटर पर जाएगा. एक पेशेंट डायलसिस के बाद वहां पर पहुंच जाएगा. 20 लोगों का ट्रीटमेंट अभी जेएन मेडिकल कॉलेज में हो रहा है. आज डेथ होने की मुझे अभी जानकारी नहीं है.

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