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'दबंगों की शिकायत पर पुलिस ने पीटा', शिक्षक ने लगाई SSP से न्याय की गुहार

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Published : Jun 8, 2022, 2:29 PM IST

अलीगढ़ से शर्मनाक घटना सामने आई है. जहां समाधान दिवस पर भूमाफियाओं की शिकायत करना एक शिक्षक को भारी पड़ गया. शिक्षक का आरोप है कि शिकायत के बाद पुलिस ने थाने में उन्हें बंद किया और जमकर पिटाई की.

परिजन.
परिजन.

अलीगढ़:समाधान दिवस पर भूमाफियाओं की शिकायत करना शिक्षक को भारी पड़ गया. जहां शिक्षक का आरोप है कि शिकायत के बाद पुलिस ने थाने में बंदकर थर्ड डिग्री टार्चर किया. यह सनसनीखेज मामला थाना टप्पल का है.

जानकारी देते पीड़ित.

पीड़ित का आरोप है कि शिकायत पर संज्ञान लेते हुए थाना टप्पल में तैनात एएसपी के द्वारा रविवार को पीड़ित परिवार को दोपहर 12:00 बजे बुलाया गया था. पीड़ित परिवार के लोग जब एएसपी से मिलने के लिए थाना टप्पल पहुंचे. तो थाने में तैनात दारोगा राहुल सहित वीरेंद्र दारोगा ने एएसपी से पीड़ित परिवार को नहीं मिलने दिया. बल्कि उल्टा उसको थाने के अंदर हवालात में बंद कर गाली-गलौज करते हुए बेरहमी के साथ बेल्ट से पिटाई की.

पुलिस कर्मियों के द्वारा थाने के अंदर बंद करके दी गई थर्ड डिग्री के निशान पीड़ित के जिस्म पर मौजूद हैं. पीड़ित शिक्षक प्रकाश ने बताया कि अब अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने जाने में डर लग रहा है. पुलिसकर्मियों के भय के चलते ही पीड़ित ने अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम एक शिकायती पत्र लिखकर कार्रवाई कर न्याय की गुहार लगाई है.

दरअसल, अलीगढ़ के थाना टप्पल क्षेत्र के गांव स्यारोल निवासी प्रकाश कुमार पुत्र कारे लाल के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी गई लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उसके द्वारा अपनी जमीन को गांव के ही दबंग मोहित, शैलू, अंकित समेत अन्य लोगों के कब्जे से अवैध कब्जा मुक्त कराए जाने को लेकर सीएम के नाम तहसील खैर परिसर में प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी.

शिकायत पर समाधान दिवस में मौजूद थाना टप्पल पर तैनात एएसपी इंदु सिद्धार्थ के द्वारा संज्ञान लिया गया था. जिसपर एएसपी के द्वारा रविवार को 12:00 बजे थाने पर पीड़ित परिवार को बुलाया गया था. आरोप है कि एएसपी के बुलाने पर जब वह लोग थाने पर पहुंचे, तो थाने पर मौजूद दारोगा राहुल और वीरेंद्र ने डीएसपी से मिलने से पहले ही उन्हें थाने में बंद किया और गाली गलौज करते हुए बेल्ट से पिटाई की.

आरोप है कि इसके बाद उसके बड़े भाई विजेंद्र सहित विपक्षी लोग शीलू, अंकित को भी थाने के अंदर बंद कर दिया. वहीं, उसके भाई विजेंद्र का धारा 116 में चालान कर दिया. जबकि विपक्षी शीलू को पुलिसकर्मियों ने थाने से ही छोड़ दिया. इसके साथ ही कहा कि विपक्षी पार्टी का थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों के द्वारा पूरा सहयोग किया गया. जबकि उसकी और उसके परिवार के लोगों की थाने में एक नहीं सुनी गई.

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने ऐसी हालत कर दी है कि अब पुलिस वालों से भय लगता है और थाने में अपनी शिकायत भी दर्ज नहीं करा पा रहे हैं. जिसके चलते इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित ने अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के नाम शिकायत पत्र लिखकर विपक्षी लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय की गुहार लगाई है. वहीं एएसपी इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि घटना संज्ञान में है और पीड़ित के साथ न्याय किया जाएगा.

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