आगरा : मोहब्बत की निशानी ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. मुगल शहंशाह शाहजहां के 364 वें सालाना उर्स के चलते 2 और 3 अप्रैल को दोपहर 2 बजे के बाद ताजमहल टूरिस्ट और जायरीनों की सूर्यास्त तक एंट्री निशुल्क रहेगी. इसके साथ ही 4 अप्रैल को सुबह से सूर्यास्त तक ताजमहल में टूरिस्ट और जायरीन निशुल्क प्रवेश करके कर सकेंगे. इन तीनों ही दिन टूरिस्ट और जायरीन ताजमहल के अंदर शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज की कब्र देख सकेंगे. 3 दिन तक चलने वाले इस उर्स में 1221 मीटर लंबी सतरंगी चादर भी पेश की जाएगी.
आगरा: 3 दिन तक ताज का करें निशुल्क दीदार, देखें मुमताज और शाहजहां की कब्रें
दुनिया के सात अजूबों में से एक आगरा के ताजमहल का निशुल्क दीदार करने का बेहतर मौका है. दरअसल मुगल शहंशाह के 364 वें सालाना उर्स के मौके पर 2 और 3 अप्रैल को जायरिनों और टूरिस्टों का प्रवेश निशुल्क रहेगा.
मुगल शहंशाह शाहजहां द्वारा बेगम मुमताज की याद में बनाई गए संगमरमरी हुस्न का दीदार करने का 3 दिन तक पर्यटक और जायरीनों के लिए बहुत ही शानदार मौका है. मंगलवार से 4 अप्रैल तक ताजमहल के साथ ही मुमताज और शाहजहां की कब्र भी पर्यटक और जायरीन निशुल्क प्रवेश करके देख सकते हैं. मंगलवार दोपहर 2 बजे गुल्स की रस्म अदा की जाएगी. 3 अप्रैल दोपहर 2 बजे से संदल की रस्म पेश की जाएगी.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि उर्स के चलते बैरिकेड सहित अन्य तमाम तैयारियां की गई हैं. पर्यटक और जायरीनों को कोई परेशानी न हो इसको लेकर लाइन से प्रवेश दिया जाएगा. 2 और 3 अप्रैल को दोपहर 2 बजे के बाद ताजमहल में पर्यटक और जायरीनों का सूर्यास्त तक प्रवेश निशुल्क रहेगा. इसके साथ ही 4 अप्रैल को सुबह से सूर्यास्त तक ताजमहल में प्रवेश निशुल्क रहेगा. इस दौरान कव्वाली सहित अन्य कार्यक्रम भी ताजमहल परिसर में ही होंगे.
मोहब्बत की निशानी ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. मुगल शहंशाह शाहजहां के 364 वें सालाना उर्स के चलते 2 और 3 अप्रैल को दोपहर 2 बजे के बाद ताजमहल टूरिस्ट और जायरीनो की सूर्यास्त तक एंट्री निशुल्क रहेगी. इसके साथ ही 4 अप्रैल को सुबह से सूर्यास्त तक ताजमहल में टूरिस्ट और जायरीन निशुल्क प्रवेश करके कर सकेंगे. इन तीनों ही दिन टूरिस्ट और जायरीन ताज महल के अंदर शहंशाह शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज की कब्र खोदी निहार सकेंगे. 3 दिन तक चलने वाले इस उर्स में 1221 मीटर लंबी सतरंगी चादर भी पेश की जाएगी.
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मुगल शहंशाह शाहजहां के द्वारा बेगम मुमताज की याद में बनाई गई संगमरमरी हुस्न की दीदार करने का 3 दिन तक पर्यटक और जायरीनों के लिए बहुत ही शानदार मौका है. मंगलवार से 4 अप्रैल तक ताजमहल के साथ ही मुमताज और शाहजहां की कब्र भी पर्यटक और जायरीन निशुल्क प्रवेश करके देख सकते हैं. मंगलवार दोपहर 2 बजे गुल्स की रस्म अदा की जाएगी. 3 अप्रैल दोपहर 2 बजे से संदल की रस्म पेश की जाएगी.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि उर्स के चलते बैरिकेड सहित अन्य तमाम तैयारियां की है. पर्यटक और जायरीनों को कोई परेशानी न हो इसको लेकर के लाइन से प्रवेश दिया जाएगा.
2 और 3 अप्रैल को दोपहर 2 बजे के बाद ताजमहल में पर्यटक और जायरीनों का सूर्यास्त तक प्रवेश निशुल्क रहेगा. इसके साथ ही 4 अप्रैल को सुबह से सूर्यास्त तक ताजमहल में प्रयोग प्रयोग प्रवेश निशुल्क रहेगा. इस दौरान कव्वाली सहित अन्य कार्यक्रम भी ताजमहल परिसर में ही होंगे.
Conclusion:इस खबर में बाइट एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार की है.