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आगरा में हिंदूवादियों को सता रहा गिरफ्तारी का डर, क्राइम ब्रांच से निष्पक्ष जांच कराने की उठी मांग

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Published : Apr 10, 2023, 9:25 PM IST

ताजनगरी आगरा में एक गोकशी की घटना हिंदूवादियों के गले की फांस बन गई है. सोमवार को अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने की मांग को लेकर अपर पुलिस आयुक्त के पास पहुंचे थे. लेकिन, वांछित कार्यकर्ता मुलाकात के दौरान नदारद दिखे.

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अखिल भरतीय हिन्दू महासभा की महिला विंग की अध्यक्ष मीना दिवाकर ने मीडिया से बात की

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के थाना एत्माद्दौला में 29 मार्च की रात को गौतम नगर गुफा मार्ग पर हुई गोकशी की वारदात अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों के गले की फांस बन गई है. हिंदूवादियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई हैं. जेल जाने के डर से वांछित हिंदूवादी अंडरग्राउंड हो गए हैं. रविवार को अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने अपने ऑफिशल व्हाट्सएप्प ग्रुप पर क्राइम ब्रांच की मांग को लेकर मीडिया को आमंत्रित किया था. लेकिन, संजय जाट और उनके साथ वांछित अन्य पदाधिकारी सोमवार को पुलिस लाइन स्थित अप्पर पुलिस आयुक्त केशव राव से मुलाकात करने नहीं पहुंचे.

उनकी जगह हिंदू महासभा में महिला विंग की अध्यक्ष मीना दिवाकर ने महिला और तमाम कार्यकर्ताओं के साथ अपर पुलिस आयुक्त केशव राव से मुलाकात की. उन्होंने गोकशी के मामलें की क्राइम ब्रांच से जांच कराने की मांग की है. उनका कहना था कि पुलिस ने साजिशन आरोपी इमरान और शानू के बयानों के आधार पर संजय जाट, सौरभ शर्मा और अन्य पदाधिकारियों को मुकदमे में आरोपी बना दिया है. हमारा संगठन गोकशी का आरोप सहन नहीं करेगा. इसी मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने को लेकर आज हिंदूवादियों ने पुलिस अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.

अखिलेश यादव के ट्वीट से मची खलबलीःगोकशी के इस मामले में हिंदूवादियों की संलिप्तता उजागर होने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने 9 अप्रैल को ट्वीट के माध्यम से लिखा थी कि 'उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार आगरा में रामनवमी जैसे पावन पर्व पर जिन असामाजिक तत्वों ने स्वयं घटना को अंजाम देकर दूसरे संप्रदाय के लोगों पर झूठा आरोप लगाकर जिस तरह प्रदेश का सौहार्द बिगड़ना चाहा, उनको तत्काल दंडित किया जाए तथा ईमानदार जांच करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाए'. अखिलेश ने इस ट्वीट के माध्यम से सरकार पर भी निशाना साधा. जिसके बाद आगरा पुलिस को आरोपी हिंदूवादी नेताओं की सरगर्मी से तलाश है. तारीख के डर के कारण ही हिंदूवादी नेता अपर पुलिस आयुक्त केशव राव से मिलने नहीं पहुंचे.

पुलिस का क्या है कहनाःइस मामले में अपर पुलिस आयुक्त केशव राव चौधरी ने बताया कि हिंदूवादियों ने 3 दिन पूर्व भी निष्पक्ष जांच को लेकर ज्ञापन सौंपा था. आज क्राइम ब्रांच से जांच कराने की मांग की है. मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है. पुलिस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है.

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