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गहलोत की चित्तौड़गढ़ यात्रा निरस्त, राजे 23 से मेवाड़ दौरे पर... बढ़ी राजनीतिक सरगर्मियां

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Published : Nov 18, 2021, 10:57 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चित्तौड़गढ़ सहित मेवाड़ दौरा निरस्त हो गया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 23 नवंबर से देव दर्शन यात्रा शुरू करने वाली हैं. उनकी यात्रा को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं.

Gehlot and Vashundahra tour
Gehlot and Vashundahra tour

चित्तौड़गढ़. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ सहित मेवाड़ की यात्रा एक दिन पहले निरस्त हो गई है. जिले के निंबाहेड़ा उपखंड में मुख्यमंत्री की सभा को लेकर तैयारी जोर-शोर से की जा रही थी, लेकिन अचानक गुरुवार अपरान्ह सीएम की यात्रा निरस्त होने की सूचना मिली. ऐसे में तैयारियों को विराम दे दिया गया. वहीं आगामी 23 नवंबर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चित्तौड़गढ़-मेवाड़ के दौरे पर रहेंगी. वसुंधरा राजे की यात्रा का आगाज चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलिया जी मंदिर से होना है. ऐसे में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. राजे की यात्रा को लेकर कई प्रकार के कयास भी लगाए जा रहे हैं. लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधि एवं पार्टी पदाधिकारी इस संबंध में कुछ खुल कर बोलने को तैयार नहीं हैं.

जानकारी के अनुसार, गुरुवार अपराह्न मुख्यमंत्री का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया था. ऐसे में शुक्रवार को होने वाली सभा एवं कार्यक्रम की तैयारियां रोक दी गई हैं. जिले के आला अधिकारी निंबाहेड़ा क्षेत्र में थे, जो मुख्यालय पर लौट आए हैं. बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह से ही जारी बरसात के कारण दौरा निरस्त किया गया है. मौसम विभाग की ओर से आगामी 2 दिन में बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है. ऐसे में आयोजन होना थोड़ा मुश्किल था और भीड़ नहीं जुट पाती. ऐसे में मुख्यमंत्री का दौरा निरस्त होने की बात कही जा रही है.

राजे सांवलियाजी मंदिर दर्शन कर शुरू करेंगी यात्रा

वसुंधरा राजे 23 नवम्बर को सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन कर अपनी देव दर्शन यात्रा शुरू करेंगी. वे यात्रा के दौरान प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा और बांसवाड़ा में मंदिरों के दर्शन सहित धरियावद के दिवंगत विधायक गौतम मीणा के घर शोक संवेदना जताने भी जाएंगी. मेवाड़ में हाल ही दो विधानसभा सीट वल्लभनगर और धरियावाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद उनके इस दौरे को लेकर सियासी चर्चा शुरू हो गई है. यह महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि मेवाड़ के वरिष्ठ भाजपा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राजे पर पिछले उपचुनावों से नदारद रहने पर सवाल उठाया है. इसके बाद मेवाड़ के दौरे की योजना कई तरह के कयासों को जन्म दे रही है. गौरतलब है कि राजे ने 2018 विधानसभा चुनाव से पहले भी मेवाड़ से सुराज गौरव यात्रा शुरू की थी.

यह रह सकता है कार्यक्रम

अब तक की जानकारी के अनुसार राजे 23 नवम्बर को चित्तौड़गढ़ के सांवलियाजी मंदिर, प्रतापगढ़ के लसाड़िया में धरियावद के दिवंगत विधायक गौतम मीणा के घर, अरथूना में जीतमल खांट और बांसवाड़ा में भवानी जोशी के घर तथा त्रिपुर सुंदरी मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगी. इसी तरह, 24 नवम्बर को उदयपुर के झाड़ोल में मावली विधायक धर्मनारायण जोशी के घर, उदयपुर में राजसमंद से दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी के घर, एकलिंगजी मंदिर, नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर, चारभुजानाथ मंदिर में दर्शन कर सकती हैं.

इसके बाद 25 नवम्बर को भीलवाड़ा के गोवर्धनपुरा में करेड़ा के पूर्व मंडल अध्यक्ष दिवंगत नाथूलाल गुर्जर की मूर्ति का अनावरण, बेगूं में आचार्य महाश्रमण से मुलाकात तथा पूर्व मंत्री रहे दिवंगत चुन्नीलाल धाकड़ के घर संवेदना के लिए जाना प्रस्तावित है. राजे यात्रा के दौरान विभिन्न समाजों में महिलाओं के साथ संवाद भी करेंगी. इस संबंध में स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों का कहना है कि यह उनकी व्यक्तिगत यात्रा है, हालांकि संगठन की वरिष्ठ नेता होने के नाते वे कार्यकर्ताओं से भी संवाद कर सकती हैं.

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