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Pedal to Jungle : प्रकृति के त्रिदिवसीय रोमांच का आगाज, पहाड़ियों से गुजरे का कारवां

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Published : Feb 2, 2023, 6:53 PM IST

राजस्थान के उदयपुर में गुरुवार से रोमांच के 'सफर' का आगाज हुआ. 'पेडल टू जंगल' के इस छठे संस्करण में देश के अलग-अलग राज्यों से आए साइकिलिस्ट्स मेवाड़ के जंगलों से रूबरू होंगे. जानिए और क्या होगा खास...

Pedal to Jungle
प्रकृति के त्रिदिवसीय रोमांच का आगाज

किसने क्या कहा, सुनिए...

उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय रोमांच 'पेडल टू जंगल' के छठे संस्करण का आगाज गुरुवार को किया गया. इन 3 दिनों में साइकिलिस्टों को मेवाड़ के जंगलों से गुजरने के साथ नदी, पहाड़ और वन्यजीवों को भी देखने का मौका मिलेगा. इस बार का ट्रैक काफी लंबा और बड़ा है, लेकिन देश के अलग-अलग राज्यों से आए साइकिलिस्टों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है. इस आयोजन से राजस्थान पर्यटन भी बढ़ावा मिलेगा. वहीं, लोगों को मेवाड़ के जंगलों के साथ यहां की वनस्पतियों और आबोहवा से रूबरू करवाया जा सकेगा.

मेवाड़ के जंगलों से होंगे रूबरू : कार्यक्रम के संयोजक एवं सेवानिवृत सीसीएफ राहुल भटनागर ने बताया कि इस यात्रा को हरी झंडी गुरुवार को उदयपुर के फील्ड क्लब से दिखाई गई है, लेकिन यात्रा की शुरुआत शुक्रवार को गोरमघाट से होगी और मेवाड़ के मैराथन के रूप में लोकप्रिय दिवेर के विजय क्षेत्र पर समाप्त होगी. प्रतिभागियों को जंगल के पहाड़ी रास्तों में साइकिल चलाने के साथ-साथ अरावली की हसीन वादियों के साथ मेवाड़-मारवाड़ के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से रूबरू करवाया जाएगा.

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शहर भ्रमण पर शुरू हुई यात्रा : इसके तहत सभी प्रतिभागी एवं उदयपुर साइकिल क्लब के प्रतिनिधि साइकिल के माध्यम से फील्ड क्लब गुरुवार को रवाना हुए देवाली, रानीरोड, आयुर्वेद चौराहा, अंबामाता मंदिर, चांदपोल पुलिया, जगदीश चौक होते हुए सिटी पैलेस पहुंचेंगे. सिटी पैलेस में पूर्व राजपरिवार सदस्य लक्ष्यराज सिंह से रूबरू होंगे तथा पुनः फील्ड क्लब पहुंचेंगे. इसका उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले प्रतिभागियों को शहर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाना है. शाम 7 बजे से 9.30 बजे तक एक संक्षिप्त कार्यक्रम में पीटीजी-6 का परिचय व खेल पुरस्कार विजेताओं का अभिनंदन किया जाएगा.

3 दिन में यह रहेगा खास कार्यक्रम : 3 फरवरी को प्रतिभागी सुबह की चाय के बाद 6 बजे बस से रवाना होकर पिटस्टॉप रेस्तरां खामलीघाट पहुंचेंगे. वहां अल्पाहार के बाद साइकिल के सफर का शुरू होगा, जिसे गणमान्य अतिथियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा. साइकिल प्रेमी पिपली, मेडिया, काछबली, गोमटाडा होते हुए गोरम पहुंचेंगे. कुछ देर विश्राम के बाद गोरम से शुरू होकर फुलाद, कामली चौराया काली घाटी होते हुए भीलबेरी होते हुए रेनिया डैम पहुंचेंगे. रेनिया डैम पर कैंपिंग, लंच और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा.

4 फरवरी को फिर शुरू होगा सफर का रोमांच : 4 फरवरी को यह सफर पुनः रेनिया से शुरू होकर करवारा खेड़ा कल्याणपुरा सीमल तक चलेगा, जहां साइकिल प्रेमी स्थानीय समुदायों के स्कूली छात्रों के साथ बातचीत करेंगे. तत्पश्चात वन ट्रैकिंग के लिए मैलीमाता जंबू माता पहुंचेंगे और यहां जंबू माता, सतपलिया युद्ध स्मारक, व्यू पॉइंट व छापली होते हुए मेवो का मथारा (विजय स्थल) पहुंचेंगे, जहां कैंपिंग और लंच के बाद अपराह्न में स्थानीय भ्रमण व व्याख्यान कार्यक्रम होगा.

यहां विजय स्थल के इतिहास के बारे में इतिहासविद् एसएस उपाध्याय प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे. संध्याकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. 5 फरवरी को सुबह 9 बजे यह दल मेवों का मथारा से देवगढ़ के लिए प्रस्थात करेगा, जहां समापन समारोह होगा. भोजन पश्चात सभी प्रतिभागी बस से उदयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे और उदयपुर पहुंच कर अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना होंगे.

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