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Onion production in Sikar: शेखावटी के प्याज का सालाना करोबार 400 करोड़, कैलाश खेर भी हैं इसके मुरीद

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Published : Mar 22, 2023, 5:21 PM IST

Updated : Mar 23, 2023, 12:03 AM IST

सीकर प्रदेश का ऐसा जिला है जहां सबसे ज्यादा प्याज का उत्पादन होता है. यहां के करीब दो दर्जन गांव मिलकर प्रदेश के कुल प्याज उत्पादन का आधा हिस्सा उत्पादित करते हैं. यहां हर साल करीब 400 करोड़ रुपए का प्याज का व्यापार होता है.

Onion Production in Sikar is half of the state, it does Rs 400 crore business yearly
Onion production in Sikar: शेखावटी के प्याज का सालाना करोबार 400 करोड़, कैलाश खेर भी हैं इसके मुरीद

शेखावटी के प्याज के मुरीद हुए गायक कैलाश खेर

सीकर.राजस्थान के शेखावाटी इलाके के सीकर जिले में प्याज की बंपर खुदाई चल रही है. सीकर जिले के दो दर्जन गांव ऐसे हैं, जो आधे राजस्थान जितना प्याज पैदा करते हैं. प्याज का वार्षिक 400 करोड़ का कारोबार करने वाले इस प्याज के मुरीदों में बॉलीवुड गायक कैलाश खेर भी शामिल हैं.

सीकर में हर साल करीब 400 करोड़ रुपए का प्याज का बिजनेस होता है. प्याज जिले की खेती का सबसे अहम हिस्सा है और पूरे खेती के कारोबार में इसका बड़ा योगदान है. इस बार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि प्याज की बुवाई घट सकती है. वहीं, किसान अपने खेतों में प्याज की बुवाई में लगा हुआ है. सीकर में उत्पादित होने वाले प्याज को शेखावाटी का मीठा प्याज भी कहा जाता है.

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प्याज के उत्पादन की बात करें, तो प्रदेश के सीकर जिले में इसका उत्पादन सबसे ज्यादा होता है. पूरे जिले में नहीं केवल रसीदपुरा, झीगर, भूूकरान का बास और आसपास के दो दर्जन गांव हैं, जहां आधे राजस्थान के जितनी प्याज की पैदावार होती है. सीकर जिले की बात करें, तो हर साल यहां करीब 20000 हेक्टेयर में प्याज की बुआई होती है. जिले में सालाना करीब 70 लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन होता है. इस वक्त जिले में प्याज की खुदाई चल रही है और हर तरफ खेतों में प्याज निकालने वाले मजदूर नजर आ रहे हैं.

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इस बार भी प्याज निकलने के साथ ही साथ ही प्याज के भाव भी कम हो रहे हैं. आलू और प्याज के भाव काफी कम रहे और किसानों को लागत का मूल्य भी पूरा नहीं मिल पाया था. गत वर्ष की शुरुआत में मार्च के महीने में जब प्याज बाजार में आया, तो वह 15 किलो रुपए बिक रहा था. लेकिन बाद में वो 3 से 4 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया था. एक बार शुरू में प्याज 7 से 8 रुपए किलो बिका. किसानों को मजबूरन मंडी में 3 से 4 रुपए किलो बेचना पड़ रहा है, जो कि लागत मूल्य से भी काफी कम है.

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किसानों को प्याज का भाव सही नहीं मिलने के कारण उन्हें आर्थिक घाटा हो रहा है. किसानों की सरकार से मांग है कि इस तरह की व्यवस्था लागू की जाए कि प्याज उत्पादक किसानों को आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़े. पिछले साल भी प्याज का भाव नहीं मिलने की वजह से प्याज सड़ गया था. हालांकि इस बार इस इलाके में प्याज की बुवाई ज्यादा हुई है. जिसके कारण प्याज की पैदावार भी बंपर हुई है. लेकिन प्याज के ज्यादा बुवाई की वजह से किसानों के सामने प्याज के भाव को लेकर संकट खड़ा हो गया है.

बॉलीवुड गायक कैलाश खेर ने की सीकर के प्याज की तारीफ: सीकर जिले में आयोजित शेखावाटी महोत्सव में पधारे बॉलीवुड गायक कलाकार कैलाश खेर ने भी सीकर के प्याज की जमकर तारीफ की. कैलाश खेर ने कहा कि सीकर की प्याज बहुत ही गजब है. खाने में ऐसा संतुलित उसका स्वाद है कि ना तो तीखा है और ना ही मीठा है. यह वैसा ही है, जैसा आराम से खाने लायक प्याज होता है.

Last Updated :Mar 23, 2023, 12:03 AM IST

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