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नागौर: बिजली बिल में बढ़ोतरी के विरोध में बिना अनुमति धरने पर बैठे भाजपा नेता

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Published : Sep 1, 2020, 6:28 PM IST

कोरोना काल में बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इसी के तहत मंगलवार को नागौर के डीडवाना में एक भाजपा नेता अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. जबकि, कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते अभी टैंट लगाकर धरना देने की अनुमति नहीं है. मौके पर पहुंची पुलिस ने धरना हटवाया और ज्ञापन लिया.

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बिना अनुमति धरने पर बैठे भाजपा नेता

नागौर. कोरोना काल और लॉकडाउन के बीच बिजली के बिल में की गई, बेतहाशा बढ़ोतरी के मुद्दे पर भाजपा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. भाजपा ने हल्ला बोल अभियान भी चला रखा है, जिसके तहत कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ ज्ञापन दिए जा रहे हैं.

बिना अनुमति धरने पर बैठे भाजपा नेता

हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद भाजपा ने अपने हल्ला बोल अभियान में बदलाव भी किया है. लेकिन मंगलवार को डीडवाना में उस वक्त अजीब स्थिति बन गई. जब बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ भाजपा नेता हाकम अली देशवाली टैंट लगाकर अपने समर्थकों के साथ डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. जबकि, कोरोना के खतरे को देखते हुए फिलहाल टैंट लगाकर धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है.

इस घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर डीडवाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और धरने पर बैठे हाकम अली देशवाली से अनुमति के बारे में पूछा. इस पर वह भड़क गए और पुलिस से उलझ गए. मामला बढ़ता देख थाने से अतिरिक्त जब्त बुलाया गया और थानाधिकारी नरेंद्र जाखड़ भी मौके पर पहुंचे.

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धरनास्थल पर थानाधिकारी जाखड़ ने धरने पर बैठे भाजपा नेता हाकम अली देशवाली और उनके समर्थकों को धरना हटाने को कहा, इसके बाद समझाइश कर टैंट हटवाया गया, जिसके बाद डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने भाजपा नेता और उनके समर्थकों से बातचीत कर मौके पर ही ज्ञापन लिया.

इस ज्ञापन में बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी के साथ ही स्थाई शुल्क और फ्यूल सरचार्ज के नाम पर की गई बढ़ोतरी को भी वापस लेने की मांग की गई है.

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