कोटा.देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान IIT में प्रवेश को लेकर हर स्टूडेंट्स इच्छुक रहता है. हजारों स्टूडेंट्स जेईई एडवांस (JEE Advanced) तक भी क्वालीफाई कर जाते हैं लेकिन स्टूडेंट्स को यह प्रवेश सीमित सीटें होने के चलते नहीं मिल पाता है. कोटा के एक्सपोर्ट के अनुसार प्रोविजनल आंसर की में कम अंक प्राप्त होने पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है लेकिन प्रवेश की गणित को समझते हुए विकल्प तलाशने की कोशिश करने की आवश्यकता है.
टेक्नोक्रेट्स बनने का सपना देखने वाले हर स्टूडेंट्स देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन लेना चाहता है. हजारों स्टूडेंट्स जेईई एडवांस परीक्षा तक भी क्वालीफाई कर जाते हैं लेकिन स्टूडेंट्स को यह प्रवेश सीमित सीटें होने के चलते नहीं मिल पाता है. इनमें से कई विद्यार्थी और अभिभावक रेस्पांस शीट के आधार पर अंकों की गणना प्रारंभ कर देते हैं.
कोटा के एक्सपोर्ट के अनुसार प्रोविजनल आंसर की में कम अंक प्राप्त होने पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है लेकिन प्रवेश की गणित को समझते हुए विकल्प तलाशने की कोशिश करने की आवश्यकता है. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 23 आईआईटी और 9 अन्य राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थानों की अंडर ग्रेजुएट और डुएल डिग्री इंजीनियरिंग सीटों पर प्रवेश जेईई एडवांस्ड के परीक्षा के आधार पर दिया जाता है.
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पिछले साल साल 2020 के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईआईएसटी) तिरुअनंतपुरम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की बी-टेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और डुएल डिग्री कोर्सेज में प्रवेश की कटऑफ जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों के लिए 30 फीसदी से भी कम थी. जेईई एडवांस्ड 2020 और 2021 की परिस्थितियों व प्रश्न-पत्र के स्तर में कोई अंतर नहीं है, ऐसे में प्रवेश कटऑफ 2021के लिए भी लगभग समान रहने की ही संभावना है.
जेईई एडवांस्ड 2021 के पूर्णांक 360 हैं. इसका 30 फीसदी 108 अंक होता है. इस आधार पर यदि किसी जनरल केटेगरी के विद्यार्थी के संभावित अंक 108 के आसपास हैं, तो भी उसे निराश होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उसे राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थान में प्रवेश मिलने की संभावना है.
वहीं ईडब्ल्यूएस और ओबीसी के लिए साल 2019 का यह कटऑफ 24 फीसदी और 22 फीसदी के लगभग था. इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि ईडब्ल्यूएस में 90 और ओबीसी में 80 अंक का आंकड़ा भी प्रवेश के लिए सुरक्षित है. अन्य संस्थानों में भी प्रवेश कटऑफ का यही हाल रहेगा.