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माता पिता व बेटों को मारने वाला शंकर हत्या की ऐसे रच रहा था साजिश...मोबाइल ने उगले राज

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Published : Nov 5, 2022, 7:19 PM IST

जोधपुर के लोहावट में माता-पिता और बेटों की हत्या करने के बाद खुद भी (Man dies by suicide after killing 4 family Members) आत्महत्या करने वाले शंकर बिश्नोई के मोबाइल ने कई राज उगले हैं. पुलिस की जांच के दौरान पता चला है कि शंकर बिश्नोई मोबाइल पर अक्सर असरदार नींद की गोलियो और जहर के बारे में सर्च किया करता था. साथ ही वह मोबाइल में क्राइम पेट्रोल व सीआईडी के एपिसोड हर दिन देखता था.

Man dies by suicide after killing parents
Man dies by suicide after killing parents

जोधपुर.माता पिता और अपने बेटों की हत्या कर खुद आत्महत्या करने वाला शंकर पिछले कुछ समय से अपने मोबाइल में क्राइम पेट्रोल व सीआईडी के हर दिन तीन से चार एपिसोड देखता था. यह क्रम सितंबर से चल रहा था. उसके अलावा गूगल पर जो वो सर्च करता था, वह भी काफी चौंकाने वाला है. नेट पर वह अक्सर नींद की असरदार दवाई और असरदार जहर के बारे में सर्च किया करता था. लोहावट थाना पुलिस ने शंकर बिश्नोई का मोबाइल खंगाला तो कई राज खुलकर सामने आ गए.

इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह लंबे समय से ऐसे घटनाक्रम को अंजाम देने की (Man dies by suicide after killing 4 family Members) तैयारी कर रहा था. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जब पूरा परिवार घर में मौजूद था तो उसने अपनी पत्नी और भाई के परिवार को जिंदा क्यों छोडा? इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है. शंकर के पिता सोनाराम के भाई पांचाराम ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि शंकर की मानसिक स्थिति सामान्य थी. लेकिन यह कृत्य होने में कोई आपराधिक षडयंत्र की पूरी आशंका है. पुलिस ने फिलहाल मृतक शंकर बिश्नोई को ही हत्या का मुल्जिम मानते हुए मामला दर्ज किया है. थानाधिकारी बद्रीप्रसाद मीणा के अनुसार मौके पर किटनाशक जहर की बोतल भी मिली थी. उन्होंने बताया कि एक टीम भी बनाई गई है, तथ्य जुटाए जा रहे हैं.

ये था मामला : शुक्रवार सुबह लोहावट थाना क्षेत्र के पिलवा गांव में शंकरलाल बिश्नोई अपने पिता सोनाराम (60) पर खेत में सोते समय कुल्हाड़ी से वार किया था. जबकि मां चम्पादेवी (55) और पुत्र लक्ष्मण (12) की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या करने के बाद शव को पानी के टांके में डाल दिया. इसके बाद उसने अपने छोटे बेटे दिनेश (9) जो की मां के पास सो रहा था उसे उठाकर पानी के टांके में डाल दिया था. चारों की हत्या के बाद शंकर ने पड़ोस के खेत में बनी डिग्गी में छलांग लगा दी. पास ही रहने वाले शंकर के चाचा सुबह वहां आए तो डिग्गी में किसी के हाथ-पांव मारने की आवाजें सुनाई दी. वह पास पहुंचे तो शंकर नजर आया. लेकिन जब तक उसे बाहर निकाला, तब तक उसने दम तोड़ दिया था.

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गूगल में सर्च करता था दवाई का जानकारीःजब शंकर के मोबाइल की पड़ताल की तो उसकी गुगल सर्च में कई बातें सामने आई. उसने सबसे ज्यादा असरदार नींद की गोली कौनसी होती है? सबसे खतरनाक जहर कौन-सा है? इसके बारे में सर्च किया था. इतना ही नहीं अटल पेंशन योजना में क्या आर्थिक मदद मिलती है? यह भी सर्च किया. इसमें खुद के मरने पर परिवार को क्या मिल सकता है? पूरा परिवार आत्महत्या करता है तो क्या मिलता है? पूरा परिवार किसी मंदिर में सुसाइड करता है तो क्या मिलेगा? जैसे सवालों के जवाब सर्च किए थे.

पत्नी व भाई को जीवित क्यों छोड़ा : शंकर के भाई का परिवार पास ही कमरे में रहता है. गुरुवार रात को उनको भी नींद की गोलियां दी गई थी. उसने दरवाजा अंदर से बंद किया था. इसके अलावा उसके बाहर सांकल भी लगी हुई थी, जो संभवतः शंकर ने लगाई हो. जिससे वह बाहर नहीं आ सके. लेकिन उसने अपनी पत्नी को भी कुछ नहीं किया. अलबत्ता उसके पास सो रहे बेटे दिनेश को उठाकर लाकर टांके में डाला था. उसके भाई व पत्नी ने पुलिस को बताया कि नींद की गोली का असर होने से वह उठ नहीं पाए थे. शंकर के नशे का आदी होने से उसकी पत्नी से तकरार होती रहती थी.

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