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झुंझुनू में भाई-बहन ने मिलकर कायम की मिसाल, जरूरतमंदों की शिक्षा के खर्च का उठाया बीड़ा

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Published : Nov 18, 2019, 12:08 AM IST

झुंझुनू के चिड़ावा में भाई-बहन के एक जोड़े ने मिसाल कायम की है. सुल्ताना गांव के इन भाई-बहन ने जॉब लगते ही कुछ जरूरतमंदों की शिक्षा ग्रहण करने के लिए मदद करने की ठानी है. इन्होंने अपनी सैलरी से सुल्ताना गांव के स्कूल में छात्रवृति वितरित की है.

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चिड़ावा (झुंझुनू). चिड़ावा के नजदीक सुल्ताना गांव के दो भाई-बहिन ने अपने वेतन से जरूरतमंदो की शिक्षा के खर्च का बीड़ा उठाया है. साथ ही ये लोग जल्द ही फाउडेंशन भी बनाने की तैयारियां भी कर रहे हैं. जिससे जरूरतमंदों की अच्छी शिक्षा ग्रहण करवाने में उनकी मदद की जा सके.

भाई-बहन ने मिलकर कायम की मिसाल.

बता दें कि रविता लांबा और विकास लांबा, जिनकी हाल फिलहाल में ही जॉब लगी है, सुल्ताना गांव के स्कूल में छात्रवृति वितरित की है. गांव के कक्षा 10 और 12 के 4 बच्चों को अपनी सैलरी से 5 हजार सालाना छात्रवृति देकर सम्मानित किया. साथ ही इन्होंने गांव के होनहार बच्चों के लिए प्रति वर्ष अपनी सैलरी से छात्रवृति देने का फैसला किया है.

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जानकारी के अनुसार विकास जर्मनी में जॉब करता है, तो रविता यहीं पर ही काम कर रही है. दोनों भाई-बहिन ने जल्द ही श्रीमति शारदा-लक्ष्मीराम लांबा के नाम से फाउडेंशन बनाने की योजना भी बनाई है. वहीं रविता लाम्बा ने बताया कि बालिकाओं को शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए समय-समय पर आयोजन करवाए जाएंगे. ताकि ग्रामीण अंचल में वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें.

Intro:खुद के वेतन से उठाएंगे जरूरतमंदो की पढ़ाई का खर्चा
सुल्ताना गांव के दो भाई-बहिन ने उठाया जिम्मा
जल्द बनाएंगे फाउडेंशन, जो करेगा जरूरतमंदों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने में मदद

जैसे ही दोनों भाई-बहिन की लगी जोब, वैसे ही शैलरी में से शिक्षा के क्षेत्र में मदद करने की ठानी
चिड़ावा/झुंझुनूं।
खुद के वेतन से उठाएंगे..जरूरतमंदों की शिक्षा का खर्चा.. जीं हां, ये जिम्मा उठाया है, चिड़ावा के नजदीक सुल्ताना गांव के दो भाई-बहिन ने। जल्द ही फाउडेंशन भी बनाया जाएगा, जिससे जरूरतमंदों की अच्छी शिक्षा ग्रहण करवाने में उनकी मदद की जा सके।Body:बता दे कि ये है रविता लांबा एवं विकास लांबा..जिनका हाल फिलहाल में ही जोब लगी है। विकास जर्मनी में जोब करता है तो रविता यहीं पर ही जोब कर रही है। दोनों भाई-बहिन ने जोब लगने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में जरूरतमंदों की मदद करने की ठानी। खुद की शैलरी से सुल्ताना की एक स्कूल में छात्रवृति भी वितरित की है। जल्द ही श्रीमति शारदा-लक्ष्मीराम लांबा के नाम से फाउडेंशन बनाया जाएगा।


बता दे कि रविता लाम्बा,कमलेश,विकास ने मिलकर गांव के होनहार बच्चों के लिए प्रति वर्ष अपनी सैलरी से छात्रवृति देने का फैसला किया और गांव के कक्षा 10 और 12 के 4 बच्चों को अपनी सैलरी से 5 हजार प्रत्येक को सालाना छात्रवृति देकर सम्मानित किया। रविता लाम्बा ने बताया कि बालिकाओं को शिक्षा के लिए जोड़ने के लिए समय समय पर आयोजन करवाए जाएंगे । ताकि ग्रामीण अंचल में वे उच्च शिक्षा प्राप्त करें।

बाइट 01- रविता लांबा।

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