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Rajasthan political crisis: प्रदेश में खड़ा हुआ प्रशासनिक, वैधानिक और संवैधानिक संकट- घनश्याम तिवाड़ी

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Published : Sep 27, 2022, 6:16 PM IST

Updated : Sep 27, 2022, 6:57 PM IST

राजस्थान में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने (Ghanshyam Tiwari on Rajasthan crisis) कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक, वैधानिक और संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है.

Rajya Sabha MP Ghanshyam Tiwari
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी

जयपुर. प्रदेश कांग्रेस में चल रही बगावत और सियासी उठापटक के बीच राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी (Ghanshyam Tiwari on Rajasthan crisis) ने कहा है कि अब प्रदेश में प्रशासनिक वैधानिक और संवैधानिक संकट खड़ा हो चुका है. उन्होंने कहा कि इसका प्रमुख कारण कांग्रेस आलाकमान के प्रति अपना रोष जाहिर करने के लिए कांग्रेस विधायकों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा देना है. जिसके चलते आज यह हालात बने हैं.

मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि (Rajasthan Political Crisis) कांग्रेस विधायकों को अपना रोष जाहिर करना था तो उसके लिए उन्हें कांग्रेस आलाकमान या पार्टी प्रमुख के समक्ष अपना विरोध जताना चाहिए था. लेकिन उन्होंने अपना विरोध जताने के लिए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी को चुना और उन्हें अपने इस्तीफे सौंप दिए.

राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी का बयान....

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तिवाड़ी के अनुसार जब विधायक स्वयं विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष पहुंचकर अपना त्यागपत्र दें तो स्पीकर के पास उसे स्वीकार करने के अलावा और कोई चारा नहीं रहता. यही कारण है कि प्रदेश में इस समय संवैधानिक संकट खड़ा हो गया, क्योंकि यदि स्पीकर इस्तीफे स्वीकार करते हैं तो प्रदेश में दोबारा चुनाव होंगे और नहीं करते तो स्वयं स्पीकर ही नियम और प्रक्रियाओं की पालना नहीं कर नियम तोड़ेंगे.

घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि जिस प्रकार से विधायकों ने अपने इस्तीफे दिए और (Resignation of Congress MLAs in Rajasthan) पूरी सरकार अब सियासी संकट से जूझ रही है. उसके बाद राजस्थान में प्रशासनिक संकट भी खड़ा हो गया. क्योंकि अब इन परिस्थितियों में ना तो सरकार का ध्यान लंपी बीमारी पर है और न किसानों को हो रही परेशानी पर.

Last Updated : Sep 27, 2022, 6:57 PM IST

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