जयपुर.बाघ दिवस पर तीन शावकों का नामकरण किया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि बाघिन टी-111 के दो वर्ष के हो चुके तीन शावकों में से एक का नामकरण पैरालंपिक पदक विजेता अवनी लेखरा के नाम पर किया गया है.
रणथंभौर की बाघिन टी-111 के दो साल के हो चुके तीन शावकों (दो बाघ और एक बाघिन) का नामकरण ‘चिंरजीवी’ ‘चिरायु’ और ‘अवनी’ किया गया है. 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया के नाम पर बाघिन टी-17 का नामकरण कृष्णा किया गया था. इसी तरह अब पैरालंपिक पदक विजेता अवनी लेखरा के नाम पर शावक की पहचान ‘अवनी’ के रूप में होगी.
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इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब देश में बाघ विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गए थे, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अप्रैल, 1973 में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की शुरूआत की थी. जिसके बाद देश में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है. पिछले एक महीने के दौरान रणथंभौर में छह शावकों का जन्म हुआ है. राजस्थान सरकार प्रदेश के वनों और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. गौरतलब है कि टोक्यो पैरा ओलंपिक में पदक जीतने वाली अवनी लेखरा को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. अवनी ने इस ओलंपिक में दो पदक जीते थे. जिनमें एक गोल्ड और एक ब्रांज पदम शामिल था.
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