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Vaishakh Amavasya 2023 : वैशाख अमावस्या आज, भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

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Published : Apr 20, 2023, 8:10 AM IST

Updated : Apr 20, 2023, 10:32 AM IST

सनातन धर्म में हर तिथि वार दिन का अपना महत्व है. अमावस्या का दिन भी एक विशेष महत्व रखता है. वैसे तो हर तिथि वार के दिन क्या काम करना चाहिए इसको लेकर ध्यान रखना होता है लेकिन अमावस्या पर खासतौर से जो काम नहीं करने होते हैं उनका भी ध्यान रखना जरूरी है. इस बार अमावस्या गुरुवार के दिन पड़ रही है. जिसका अपना महत्व है.

Vaishakh Amavasya 2023
Vaishakh Amavasya 2023

बीकानेर. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरुवार की अमावस्या बेहद खास होती है, क्योंकि इस दिन किया गया धार्मिक कार्य अक्षय पुण्य देने वाला होता है. पूर्वजों के लिए तर्पण प्रार्थना के लिए एक बहुत ही शुभ तिथि है. अमावस्या के बारे में माना जाता है कि जो व्यक्ति दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य उस अन्नदाता को मिल जाता है. वैशाख मास की अमावस्या है. इस बार इसी दिन 2023 का पहला सूर्य ग्रहण भी है. हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए देश में सूतक नहीं लगेगा. इसलिए अमावस्या से जुड़े सभी पूजन कार्य पूरे दिन किए जा सकते हैं.

करें ये काम : ज्योतिषाचार्य कपिल जोशी कहते हैं कि अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवां अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें. सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें कि पूजन का पुण्य पितरों को मिले इससे पितरों का आर्शीवाद मिलता है और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी.

आर्थिक स्थिति सुधारने का उपाय : कपिल जोशी कहते हैं कि अमावस्या के दिन माली हालत ठीक करने के लिए हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा हवन कार्य करें. हवन में काले तिल, जौ, चावल, गाय का घी, चंदन पाउडर, गूगल, गुड़, देशी कपूर और गौ चंदन या कण्डा हवन साम्रगी का इस्तेमाल करते हुए इन आहुति मंत्र का जप करते हुए आहुति दें.

ॐ कुल देवताभ्यो नमः

ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः

ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः

ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः

ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः

सूर्यग्रहण आज : ज्योतिषाचार्य कपिल जोशी कहते हैं पंचांग के अनुसार, सूर्य ग्रहण का समय सुबह सात बजकर चार मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक है यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा. यह संकरित सूर्य ग्रहण दर्शनीय होगा. इसलिए पृथ्वी के कुछ हिस्सों में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. जबकि कुछ हिस्सों में वलयाकार सूर्य ग्रहण दिखाई देगा.

पूर्ण सूर्यग्रहण ऑस्ट्रेलिया के कुछ पश्चिमी भागों, पापुआ न्यू गिनी के उत्तर-पश्चिमी भागों, तिमोर-लेस्ते के उत्तर-पूर्वी भागों, हिन्द महासागर और उत्तरी प्रशान्त महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. पूर्वी तिमोर में लोस्पालोस उन कुछ स्थानों में से एक है वहां पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. वलयाकार सूर्य ग्रहण उत्तरी प्रशान्त महासागर के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा. आंशिक सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, थाईलैण्ड, फिलिपींस, इण्डोनेशिया, प्रशान्त महासागर हिन्द महासागर, अन्टार्कटिका के कुछ भागों से और दक्षिण-पूर्व एशिया से दिखाई देगा.

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भारत समेत इन देशों में सूर्यग्रहण आज नहीं : ज्योतिषाचार्य कपिल जोशी कहते हैं सूर्यग्रहण भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, अफगानिस्तान, फिजी, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य एशियाई देशों में दिखाई नहीं देगा. साथ ही यह ग्रहण अटलान्टिक महासागर, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका महाद्वीप में भी दिखाई नहीं देगा.

Last Updated :Apr 20, 2023, 10:32 AM IST

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