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खबर का असर, अलवर वन विभाग को मिली RAC की दो कंपनी, अवैध खनन पर लगेगी लगाम

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Published : Aug 6, 2021, 5:40 PM IST

अलवर वन विभाग अवैध खनन (illegal mining in Alwar) के खिलाफ RAC बटालियन नहीं होने से प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पा रहा था. इस समस्या को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया. जिसके बाद वन विभाग को आरएसी की दो कंपनी दी गई हैं.

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अलवर वन विभाग को मिली RAC

अलवर. ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर सामने आया है. अलवर में वन विभाग के पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे. कुछ साल पहले वन विभाग को आरएसी दी गई थी लेकिन दो साल से वन विभाग के पास RAC बटालियन नहीं थी. इसके चलते अवैध खनन माफिया खुलेआम अवैध खनन कर रहे थे. इस मुद्दे को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया. जिसके बाद वन विभाग को आरएसी की दो कंपनी दी गई है.

अलवर में अवैध खनन के आए दिन मामले सामने रहते हैं. अवैध खनन करने वाले खनन माफिया वन विभाग, खनन विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन की टीम पर हमला करने के कई वारदात सामने आई है. किसान आंदोलन, गुर्जर आंदोलन और अन्य कार्यक्रमों के चलते आरएसी (Rajasthan Armed Constabulary) की कंपनी वन विभाग से वापस ले ली गई. ऐसे में वन विभाग के पास सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे.

अलवर वन विभाग को मिली RAC

ऐसे में ईटीवी भारत ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया. जिसके अनुसार उन्होंने बताया कि कोरोना काल में एक बार फिर जमकर अवैध खनन शुरू हो गया है. वहीं खनन विभाग का कहना है कि उसके पास अवैध खनन रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं है. पहले वन विभाग को आरएसी मिली थी. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते आरएसी वापस ले ली गई. इसके अलावा खनन विभाग को बॉर्डर होमगार्ड मिले थे लेकिन उनको भी कोरोना महामारी के चलते वापस ले लिया गया. ऐसे में खनन विभाग के पास इस समय कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त फोर्स नहीं है. जिसके बाद ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. अब RAC मिलने से अवैध खनन पर लगाम लग सकेगी.

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वन विभाग को आरएसी की दो कंपनी मिली है. दोनों कंपनियों को अलग-अलग जगह पर तैनात की गई है. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अवैध खनन क्षेत्र में दोनों कंपनियों को तैनात किया गया है. इनके साथ वन विभाग के कर्मचारियों को भी लगाया गया है.

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वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस समय सबसे ज्यादा अवैध खनन के मामले माचा और लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के गढ़ीसवाईराम में सामने आ रहे थे. ऐसे में आरएसी की एक कंपनी माचा और एक कंपनी गढ़ी सवाईराम में तैनात की गई है. आरएएसी की टीम को एक कैंटर गाड़ी दी गई है. साथ ही एक छोटी गाड़ी भी गश्त करने के लिए दी गई है. राजगढ़ में आसपास के क्षेत्रों के वन कर्मियों को आरएसी टीम के साथ तैनात किया गया है. जिससे अवैध खनन पर प्रभावी कार्रवाई हो सके और अवैध खनन करने वालों को पकड़ा जा सके.

वन विभाग के डीएफओ एके श्रीवास्तव ने बताया कि आरएसी सुरक्षाबलों के रुकने और भोजन की व्यवस्था भी वन विभाग की तरफ से की गई है. आरएसी के जवानों के क्षेत्र में गश्त करने के लिए गाड़ी की व्यवस्था विभाग की तरफ से की गई है. विभाग की टीम ने बीते एक सप्ताह के दौरान 4 से अधिक ट्रैक्टर अवैध खनन करते हुए पकड़े हैं.

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