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Alwar Murder Case : पुलिस व अधिवक्ताओं ने कहा- महिला और उसके प्रेमी को मिलनी चाहिए फांसी की सजा

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Published : Mar 21, 2023, 4:39 PM IST

Updated : Mar 21, 2023, 5:04 PM IST

Alwar Murder Case, पति और बच्चों की हत्यारिन संतोष और उसके प्रेमी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. लेकिन पुलिस व अधिवक्ताओं का कहना है कि इस मामले में महिला और उसके प्रेमी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी.

Lawyers Demand Death Sentence
पति और बच्चों की हत्यारिन संतोष को आजीवन कारावास

महिला व उसके प्रेमी को मिलनी चाहिए थी फांसी की सजा...

अलवर. राजस्थान के अलवर में अपने तीन बच्चों, एक भतीजे और पति की प्रेमी व उसके साथियों के साथ मिलकर चाकू से निर्मम हत्या के मामले में न्यायालय ने संतोष और उसके प्रेमी हनुमान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इस मामले के जांच अधिकारी और अधिवक्ताओं ने कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. ऐसे में वो उच्च न्यायालय में जाएंगे व पैरवी करेंगे. यह गंभीर अपराध था. इस घटना ने अलवर ही नहीं, पूरे देश को हिला कर रख दिया था.

दरअसल, एक महिला ने 2 अक्टूबर 2017 की रात एक के बाद एक अपने तीन बच्चों और पति को बेरहमी से मार डाला. पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और 72 घंटे में संतोष, उसके प्रेमी हनुमान और उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में संतोष ने अपना पूरा गुनाह कबूल किया. उसने बताया कि उसके पति और एक बेटे को हमारे प्रेम-प्रसंग को लेकर उस पर शक हो गया था. उनको पता चल गया था. इसलिए उसका पति हनुमान से मिलने और बात करने से मना करता था. जिसके बाद उन्होंने इस पूरी घटना को अंजाम दिया. दोनों की हत्या के दौरान घर में सो रहे अन्य बच्चे जग गए, इसलिए उनको भी मारना पड़ा.

पढ़ें :पति और बच्चों की हत्यारिन संतोष को प्रेमी संग मिली आजीवन कारावास की सजा

न्यायालय में लगातार 5 साल तक इस मामले में सुनवाई चली. सोमवार को न्यायालय ने संतोष और उसके प्रेमी हनुमान को दोषी करार दिया. मंगलवार को फैसला सुनाते हुए दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इस मामले की जांच करने वाले शिवाजी पार्क थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने कहा कि 72 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. यह क्रूर घटना थी. इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. पुलिस और जांच अधिकारियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. ऐसे में आरोपियों को मरते दम तक फांसी की सजा होनी चाहिए थी. इस मामले को उच्च न्यायालय में ले जाया जाएगा और वहां पैरवी की जाएगी. वहीं, अलवर के अधिवक्ताओं ने कहा कि न्यायालय ने अपनी तरफ से बेहतर फैसला दिया है. जांच और साक्ष्यों में कोई कमी रही होगी. इस मामले में आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए थी.

न्यायालय में क्या हुआ घटनाक्रम ? : अलवर न्यायालय में मंगलवार सुबह से ही लोगों के जुटने का सिलसिला शुरू हो गया. लोगों को इस फैसले का इंतजार था. मंगलवार दोपहर संतोष और उसके प्रेमी हनुमान प्रसाद को पुलिस न्यायालय में लेकर पहुंची. पुलिस दोनों को लेकर न्यायाधीश के सामने पहुंची. वहां फैसला सुरक्षित रखते हुए इस मामले पर फैसला सुनाने की बात कही गई. कुछ देर बाद संतोष और उसके प्रेमी हनुमान को पुलिस लेकर फिर से न्यायाधीश के सामने पहुंची. इस दौरान 40 से 50 अधिवक्ता कोर्ट परिसर में मौजूद थे. दोनों से कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए. उसके बाद न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई. सजा के बाद संतोष और हनुमान के चेहरे पर कोई शिकन नजर नहीं आई. इस दौरान मीडिया ने भी उनसे बात करने का प्रयास किया, लेकिन संतोष कुछ नहीं बोली और पुलिस दोनों को लेकर जेल चली गई.

क्या था घटनाक्रम ? : शहर के शिवाजी पार्क कॉलोनी में रहने वाली संतोष पत्नी बनवारीलाल ने 2 अक्टूबर 2017 को अपने प्रेमी हनुमान प्रसाद के साथ मिलकर बेटे अमन, हिमेश, अंजू, वैभव और भतीजे निक्की की चाकू से गला रेत कर हत्या की. इस दौरान पति बनवारीलाल को भी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. पुलिस पूछताछ में संध्या उर्फ संतोष ने बताया कि उसने रात को खाने में नींद की गोलियां पीसकर दी थी. इसके बाद संतोष ने दरवाजा खोल कर हनुमान और उसके दो साथियों को घर में बुलाया और सोते हुए बनवारीलाल और बेटे अमन पर चाकू से हमला कर उनकी हत्या कर दी. इसी दौरान वहां सो रहे बच्चे जग गए और पकड़े जाने के डर से बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया. यह पूरी घटना संतोष खड़ी होकर देखते रही. घटना के बाद संतोष का प्रेमी हनुमान प्रसाद उसकी स्कूटी लेकर गया. स्कूटी को मंडी मोड़ के पास खड़ा किया और तीनों रेलवे स्टेशन से टैक्सी करके राजगढ़ चले गए.

संतोष सोशल मीडिया पर एक्टिव थी : संतोष उर्फ संध्या सोशल मीडिया पर एक्टिव थी. फेसबुक और अन्य जगहों पर लगातार फोटो-वीडियो शेयर करती थी. पुलिस ने बताया कि हनुमान प्रसाद उदयपुर से बीपीएड की पढ़ाई कर रहा था, जबकि संतोष ताइक्वांडो अकाडमी में मार्शल आर्ट सिखाने जाती थी. इस दौरान दोनों के बीच मुलाकात हुई. उसके बाद यह मुलाकात प्यार और फिर अवैध संबंधों में बदल गई. कई साल दोनों के बीच अवैध संबंध रहे.

कई साल तक चर्चा में रहा मामला : इस घटना ने सभी को हिला कर रख दिया और मानवता शर्मसार हुई. जेल में बंद संध्या उर्फ संतोष लगातार झूठ बोलती रही और जेल में भी दिन भर वो व्यायाम करती और खुद को फिट रखती थी. जेल में भी वो अपनी फिगर व खूबसूरती का ध्यान रखती थी. जेल प्रशासन ने बताया कि सुबह-शाम व्यायाम करने के अलावा खुद को फिट रखने के लिए खानपान का भी ध्यान रखती थी. संतोष की फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई.

Last Updated :Mar 21, 2023, 5:04 PM IST

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