जयपुर. करौली भाजयुमो जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद विवाद थम नहीं रहा है. युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने इस विवाद को सिरे से नकारा है. शर्मा ने कहा कि करौली भाजयुमो जिला अध्यक्ष पद पर अंकित शर्मा की नियुक्ति सर्वसम्मति से हुई है और शर्मा के कांग्रेसी होने का आरोप भी निराधार है.
दरअसल हाल ही में करौली से जुड़े युवा मोर्चा के कई कार्यकर्ताओं ने जयपुर बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचकर इस मामले में अपना विरोध जाहिर किया था. करौली नवनियुक्त मोर्चा अध्यक्ष अंकित शर्मा के कांग्रेसी कार्यकर्ता होने के बावजूद बीजेपी युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाए जाने का आरोप लगाया गया था. इस सिलसिले में प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को भी शिकायत की थी और अंकित शर्मा के कांग्रेसी होने से जुड़े कुछ सबूत भी संगठन को सौंपे थे.
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इनमें कांग्रेस के पूर्व में हुए कार्यक्रमों में शामिल होते और मंच साझा करते हुए अंकित शर्मा के कुछ फोटो थे. हालांकि संगठन की ओर से इस मामले की जांच करवाए जाने का हवाला देकर नाराज कार्यकर्ताओं को करौली वापस भेजा दिया गया था.
करौली भाजयुमो जिला अध्यक्ष विवाद अब इस मामले में शुक्रवार को जब जयपुर में पत्रकारों ने युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा से सवाल किया तो उन्होंने अंकित शर्मा की नियुक्ति के विवाद से इनकार किया और साफ तौर पर कहा कि संगठन की सर्वसम्मति से करौली जिला अध्यक्ष पद पर अंकित शर्मा की नियुक्ति की गई है. उनके कांग्रेसी होने के जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे गलत हैं. मतलब साफ है कि मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने इस नियुक्ति को पूरी तरह सही साबित कर दिया है.