सीहोर।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब करीब 6 महीने का वक्त बचा है. ऐसे में सियासत के दांव पेंच शुरू हो गए हैं. कांग्रेस ने चुनाव से पहले अब एक बड़ा दांव खेला है, जिसका फायदा पार्टी को इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हो सकता है. मध्य प्रदेश में प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया है. कहा जाता है कि इसी पार्टी की वजह से भजपा का 33 सालों से विधानसभा पर कब्जा रहा है, लेकिन कुछ दिनों से भाजपा से प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी की दूरी बढ़ गई है. इसका फायदा उठाकर कांग्रेस ने उसे अपने तरफ कर लिया है. प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल सिंह चौहान ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करते हुए कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली है. कमल सिंह चौहान के साथ उनके कई समर्थक भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं.