मध्य प्रदेश

madhya pradesh

Ujjain: एक और कालाबाजारी का पर्दाफाश, 500 का फ्लो मीटर 5700 में बेचते हुए पकड़ा गया संचालक

By

Published : May 3, 2021, 8:33 AM IST

उज्जैन के कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाली एक निजी दुकान पर जब एक व्यक्ति अपने भाई की सास के लिए, फ्लो मीटर लेने पहुंचा तो उसे दुकानदार ने 500 रुपये की जगह उसकी कीमत 5700 रुपये बताई. लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुकान संचालक को गिरफ्तार कर लिया.

Black marketing busted
कालाबाजारी का पर्दाफाश

उज्जैन। प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की काला बाजारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है. हाल ही में जिला प्राशसन ने रेमडीसीवर इंजेक्शन को लेकर खुलासा किया था और 8 लोगों को मामले में गिरफ्तार कर उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की थी, जिसके बाद अब ऑक्सीजन सिलेंडर और उसकी किट की फ्लो मीटर की काला बाजारी का मामला सामने आया है. उज्जैन के कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाली एक निजी दुकान पर जब एक व्यक्ति अपने भाई की सास के लिए, फ्लो मीटर लेने पहुंचा तो उसे दुकानदार ने 500 रुपये की जगह उसकी कीमत 5700 रुपये बताई. जिसमें एक ऑक्सीजन मास्क और फ्लो मीटर था. जब युवक ने सिलेंडर सहित उसकी कीमत पूछी तो दुकानदार ने कुल 18500 बताये गए और कहा सिलेंडर के लिए कल आना. इस बीच युवक ने किट ले ली और 5700 देकर जाने लगा. इतने में पुलिस मौके पर पहुंची और छापामार कार्रवाई कर दुकान को सील किया, साथ ही दुकान संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.

CM शिवराज ने ऑक्जीसन की पूर्ति के लिए फोन पर केन्द्रीय मंत्रियों से की चर्चा

ग्राहक ने ये बताया

ग्राहक आराबुद्दीन शेख ने बताया कि मेरे भाई की सास के लिए, मैं यहां किट लेने पहुंचा था, मुझे मास्क और मीटर के 5700 रुपये बताए गए. मैंने उसे खरीद लिया और सिलेंडर की कीमत पूछी तो मुझे 18500 रुपये बताये गए. ग्राहक ने बताया कि वहां से किट लेकर जाने लगा इतने टीम ने छापा मारा, जबकि सही कीमत किट की 500 से 700 के लगभग ही है.

उज्जैन में लॉकडाउन लगने के बाद से कोविड के मामलों में तेजी से कमी आई है, जहां हर रोज 350 करीब मरीजी संक्रमित हो रहे थे, वहीं अब 200 के आस पास ये आंकड़ा रह गया है. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब डबल हो गई है. इसके साथ ही हर दिन 400 करीब लोग ठीक होकर घर पहुंच रहे हैं. एक्टिव केस देखा जाए तो 2981 केस हैं, अधिकतर लोग होम आइसोलेशन है, जिन्हें डॉक्टर की टीम घर पर ही इलाज दे रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details