टीकमगढ़। मध्यप्रदेश सरकार ने जिले की ऐतिहासिक कला हैंडीक्राफ्ट की ब्रांडिंग कर कलाकारों को बेहतर मार्केट देने का निर्णय लिया है. जिससे शिल्पकारों को मेहनत का उचित दाम मिल सकेगा. इस निर्णय से छोटे और बड़े शिल्पकारों को एक बेहतर मंच भी मिल जायेगा.
बुंदेलखंड के हैंडीक्राफ्ट की ब्रांडिंग करेगी कमलनाथ सरकार, कारीगरों को उपलब्ध कराएगी बाजार
मध्यप्रदेश सरकार ने जिले की ऐतिहासिक कला हैंडीक्राफ्ट की ब्रांडिंग कर कलाकारों को बेहतर मार्केट देने का निर्णय लिया है. जिससे शिल्पकारों को उनकी मेहनत का उचित दाम मिल सकेगा.
जिले में अभी वर्तमान में रामा हैंडीक्राफ्ट, बुंन्देलखण्ड बेल मैटर, लक्ष्मी बेलमेटर और राम हैंडीक्राफ्ट नाम से फैक्ट्रियां चल रही हैं. इनमें राम लक्ष्मण, गणेश पार्श्वनाथ, हाथी घोड़ा, दरवाजे सहित पशु-पक्षियों और जानवरों की आकर्षक कलाकृतियां सजावटी सामान बनाया जाता है, जो पूरे देश में सप्लाई होती है.
जिले के हैंडीक्राफ्ट के कुशल कारीगरों को उनकी कलाकृतियों के चलते देश और प्रदेश में विश्वकर्मा पुरस्कार भी मिल चुका है और कई कलाकार विदेश भी जा चुके हैं. टीकमगढ़ जिला पीतल पर कला उकेरने के लिए देश-विदेश में जाना जाता है. मध्यप्रदेश सरकार ने जो निर्णय लिया है, उससे जिले के सभी पीतल कलाकारों की उम्मीद जगी है.
Body:वाईट /01सुरेंद्र कुमार सोनी शिल्पकार रामा हैंडीक्राफ्ट टीकमगढ़
वाईट/02ओमप्रकाश सोनी शिल्पकार टीकमगढ़
वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले की देश विदेश में प्रशिद्ध कला सजावटी समान हेंडीक्राफट को मिली नई पहिचान अब टीकमगढ़ जिले के शिल्पकारों को उड़ान भरने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने बेहतर पंख लगाने का काम किया है ब्रांडिंग कर मार्किट देने का जिससे अब छोटे और बड़े शिल्पकारों को एक बेहतर मंच मिला है और यह अपनी अपनी बेहतर कलाकृतियों को बेहतर तरीके से बेचकर पैसा कमा सकते है !टीकमगढ़ जिले में सेकड़ो सालो से सोनी परिवार के लोग पीतल गलाकर उसपर हाथों से बेहतर कला कृतियां गढ़ने का काम करते आरहे है !और यह कला कृतियां इतनी बेहतर होती कि इनके सामने मसीनो से बनाई गई कला कृतियां फेल रहती है !जिससे टीकमगढ़ जिले की पहिचान विदेशो में तक है इन हैंडीक्राफ्ट के चलते बेसे भी टीकमगढ़ में अभी बर्तमान में रामा हैंडीक्राफ्ट, बुन्देलखण्ड बेल मैटर, लक्ष्मी बेलमेटर,ओर राम हैंडीक्राफ्ट नाम से फैक्ट्रियां चल रही है और इनके राम लक्ष्मण, गणेश पार्स्वनाथ ,हाथी घोड़ा ,दरवाजे शहीत पशु पक्षियों ओर जानवरो की आकर्षक कला कृतियां सजावटी समान बनाया जाता है जो पूरे देश मे सप्लाई होता है ऐसी कला कृतियां देश मे कहि पर भी नही बनती जिससे टीकमगढ़ जिला प्रसिद्ध है!
Conclusion:टीकमगढ़ जिले के हैंडीक्राफ्ट के कुशल कारीगरो को उनकी कला कृतियो के चलते देश और प्रदेश में विश्वकर्मा पुरुस्कार भी मिल चुके है और कई कलाकार विदेश भी जा चुके है !इस तरह से टीकमगढ़ जिला पीतल पर कला उकेरने पर देश और विदेश में भी जाना जाता है और पूरे देश मे घरों में जो भी पीतल ओर अन्य धतूयो का जो भी सजावटी समान मिलेगा वह टीकमगढ़ का ही होगा आज प्रदेश ही नही पूरे देश मे घरों में जो भी सजावटी समान होगा पीतल का वह सिर्फ टीकमगढ़ का होगा !!मध्यप्रदेश सरकार ने जो निर्णय लिया है हैंडीक्राफ्ट की ब्रांडिंग का इससे जिले के सभी पीतल के कलाकारों की उम्मीद जागी है !और उम्मीद की एक नई किरण दिखाई देने लगी है कि उनको अब उनकी मेहनत का प्लेटफॉर्म मिलेगा और उचित दाम अभी यह कला गुमनामी के अन्धेरे में गोता लगा रही थी लेकिन प्रदेश सरकार ने एक नई राह दिखाई है यह पीतल की कलाकृतियां यह लोग हाथों से ओर सांचो से भी बनाते है !लेकिन आज टीकमगढ़ को एक नई पहिचान मिलने पर सभी हैंडीक्राफ्ट शिल्पी खुसी जाहिर कर रहे है!