शहडोल। पाली थाना क्षेत्र के मेढ़की गांव में मंगलवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया. जहां एक तेज रफ्तार ट्रक घर में जा घुसा, जिससे घर के परखच्चे उड़ गए. हालांकि, इसके बावजूद घर में मौजूद दो लोगों को खरोच तक नहीं आई. वहीं, ट्रक चालक और उसके साथी को इस हादसे में गंभीर चोटे आई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
घटनास्थल की तस्वीरों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयवाह होगा. हादसे में घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक घटना के वक्त ट्रक की रफ्तार 90-100 के करीब रही होगी, जो सीधे घर में जाकर घुस गया.
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, हादसे के बाद उसने घर में मौजूद लोगों को सुरक्षित निकाला लिया. घर में मौजूद लड़की से जब बात की गई तो वहां काफी डरी हुई नजर आई. उसने कहा कि जब हादसा हुआ, तब वह घर में झाड़ू लगा रही थी, इसी दौरान घर में ट्रक घुस गया और दीवारें टूट गईं. इस हादसे में उसका पैर भी दीवार के नीचे दब गया था. उसने भगवान को याद करते हुए कहा शुक्र है कि हादसे में हमें कुछ नहीं हुआ.
शहडोल- संभाग के मेढ़की गांव में आज सुबह- सुबह एक बड़ी दुर्घटना हो गई,जहां एक तेज़ रफ़्तार ट्रक घर में जा घुसी, घर के अंदर दो लोग मौजूद थे, फिलहाल दोनों सुरक्षित हैं, लेकिन ट्रक में सवार ड्राइवर और उसके साथी को गंभीर चोट आई है, दोनों शहडोल जिला चिकित्सालय में भर्ती हैं इलाज जारी है।
जब मौत से हुआ सामना
तस्वीरों को देखकर ही अंदाज़ लगाया जा सकता है जिस तरह से पक्के मकान में जाकर ट्रक अंदर तक घुस गया है। घर की दीवारों के परखच्चे उड़ गए हैं।वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वो सुबह 7 बजे के करीब मॉर्निंग वॉक करके आ रहे थे तभी देखा कि एक तेज़ रफ़्तार ट्रक जो करीब 80-90, 100 की रफ्तार से आ रही थी सीधे जाकर घर में घुस गई, प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक इस घटना के तुरंत बाद ही वहां मकान से पहले मकान मालकिन रफिकुन को निकाले, और फिर उसकी लड़की जो वहां रहती थी वो भी अंदर ही फंस गई थी जिसे दीवाल तोड़कर बड़ी मशक्कत से निकला गया। गाड़ी के ड्राइवर और उसके साथी को भी बड़ी मशक्कत से निकाला गया।
Body:घर के जिस कमरे में ट्रक जा घुसा है उसी कमरे में फ़िज़ा नाम की लड़की झाड़ू लगा रही थीं, वो इस घटना के बाद काफी डरी हुई थीं, रो भी रहीं थी, उन्होंने बताया कि अचानक से दीवार टूटने की आवाज़ आई और वो डर गई, वहां ईंट से उनका पैर भी दब गया था, किसी तरह उन्हें बाहर निकाला गया क्योंकि दरवाज़ा ईंट और पत्थर की वजह से बंद हो गया था, फ़िज़ा कहतीं हैं कि आज उनका मौत से सामना हुआ है शुक्र है कि उन्हें कुछ हुआ।
Conclusion: