सागर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व के रूप में आकार ले चुके वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व पहली बार एक अक्टूबर से पर्यटकों को खुलने जा रहा है. टाइगर रिजर्व बनने के बाद पर्यटकों के लिए सुविधाओं में विस्तार किया गया है. खास बात ये है, नौरादेही अभ्यारण्य के दौरान पर्यटकों को कई तरह के प्रतिबंध थे और पर्यटकों को सुविधाएं भी नहीं थी. अब सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. अभ्यारण्य के दौरान सिर्फ दो गेट से एंट्री होती थी. अब पांच गेट सैलानियों के लिए खोले जाएंगे. इसके अलावा अन्य सुविधाओं का भी विस्तार होगा.
हाल ही में अस्तित्व में आया टाइगर रिजर्व:नौरादेही अभयारण्य के साथ दमोह के रानी दुर्गावती अभयारण्य को मिलाकर नया टाइगर रिजर्व बनाया गया है. क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा और मध्यप्रदेश का सातवां सबसे बड़ा अभ्यारण्य है. हाल ही में 20 सितंबर 2023 को नौरादेही अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया. टाइगर रिजर्व का कुल कोर एरिया 1414 वर्ग किमी होगा और बफर एरिया 925 वर्ग किमी होगा.
अभी तक दो गेट ,अब पांच गेट से होगी एंट्री:नौरादेही अभ्यारण्य के समय सिर्फ दो गेट से एंट्री मिलती थी, लेकिन अब 4 गेट से एंट्री मिलेगी. मुख्य रूप से अब तक बीना वारहा गेट, मोहली गेट से एंट्री होती थी. अब दो गेट झापन औऋ उनारीखेड़ा गेट भी खोला जाएगा. इसके अलावा प्राकृतिक सौंदर्य के लिहाज से सिगौंरगढ़ गेट भी खोला जाएगा. यहां पर्यटकों को ऐतिहासिक विरासत भी देखने मिलेगी.
Rani Durgavati Tiger Reserve: पहली बार पर्यटकों को खुला प्रदेश का सबसे बड़ा वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व, गाइड और टाइगर सफारी की सुविधा
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Oct 1, 2023, 4:50 PM IST
|Updated : Oct 1, 2023, 5:05 PM IST
मध्यप्रदेश में सबसे बड़े टाइगर रिजर्व का आकार ले चुका वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व एक अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. इस टाइगर रिजर्व में टूरिस्टों के लिए काफी अच्छी सुविधा का विस्तार किया गया है. अब यहां पर वह सभी जंगल सफारी का मजा ले सकते हैं.
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गाइड और टाइगर सफारी की सुविधा:नौरादेही अभ्यारण्य के 1197 किमी क्षेत्रफल वाले के बावजूद पर्यटकों को गाइड की सुविधा नहीं थी. स्थानीय लोगों की मदद से पर्यटक अभ्यारण्य घूमते थे. अब रजिस्टर्ड और प्रशिक्षित गाइड पर्यटकों को सैर कराएंगे. इसके अलावा जिप्सी के जरिए सफारी की सुविधा भी बढ़ने वाली है. टाइगर रिजर्व के कारण अब यहां कई रिसोर्ट बन रहे है.
बाघों का कुनबा विशेष आकर्षण का केंद्र:फिलहाल, टाइगर रिजर्व में 15 बाघ हैं। 2018 राष्ट्रीय बाघ संरक्षण परियोजना के अंतर्गत बाघिन राधा और बाघ किशन को बसाया गया था. आज यहां पर 15 बाघ है। बाघिन राधा ने तीन महीने पहले चार शावकों भी जन्म दिया था. बाघिन राधा को मदर ऑफ सेंचुरी कहा जाता है. जो नौरादेही में सात शावकों को जन्म दे चुकी है.
प्राकृतिक सौंदर्य के साथ वन्यजीवों का आकर्षण:टाइगर रिजर्व में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ बाघ के अलावा दूसरे वन्यजीव नीलगाय, चीतल,सांभर, काले हिरण ,मगरमच्छ और 250 प्रजाति के पक्षियों के अलावा, तितलियां और कई तरह के आकर्षण हैं.