राजगढ़। नरसिंहगढ़ थाना क्षेत्र में 14 अगस्त को मिठ्ठनपुर गांव चौकी के जंगल में बालमुकुन्द निवासी पांजरा की लाश मिली थी, जिसकी किसी अज्ञात ने धारदार हाथियार से हत्या कर (Friend Murder) दी थी, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तफ्तीश शुरू कर दी, तभी पुलिस को पता चला कि मृतक आखिरी बार एक अज्ञात के साथ दिखा था, तब मृतक मिठ्ठनपुर चौकी के देवस्थल धाम पर अपने एक साथी के साथ गया था और करीब 9.00 बजे के बीच पास के जंगल से चीखने-चिल्लाने एवं बचाने की आवाज आ रही थी, तब देवस्थान पर पहुंचे लोगों ने जाकर कर देखा तो बालमुकुन्द घायल अवस्था में पड़ा था, जिसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
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पुलिस की जांच में पता लगा कि मृतक के साथ जो व्यक्ति था, वह बड़ा बैरसिया के आसपास का रहने वाला है. मुखबिर की सूचना एवं उनकी टीम द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर आरोपी गोपाल पुरी निवासी बैरसिया जिला भोपाल को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पैरोल पर अपने घर आया था, वह मृतक को अपनी जमानत के लिये 5-6 साल पहले कुछ रुपये दिया था, बालमुकुन्द ने फोन कर पैसे लौटाने के लिये बुलाया था, इसीलिए वह नरसिहंगढ गया था, बालमुकुन्द उसे बाइपास से अपनी बाइक पर बैठाकर मिठ्ठनपुर चौकी देवस्थान पर ले गया, जहां कुछ देर बैठने के बाद बीड़ी पीने के लिये जंगल की तरफ ले गया, वह जिस तरीके से व्यवहार कर रहा था, उससे कुछ अनहोनी का अंदेशा हुआ क्योंकि मुझसे बहुत लोगों की दुश्मनी है, इसी के कारण उसने बालमुकुन्द से प्यास लगने का बहाना बनाकर वापस चलने के लिये कहा, फिर दोनों एक कुएं पर पानी पीने के लिये गये, तब उसने वहां पर पड़ा हसिया अपने पास छिपा लिया.
बालमुकुन्द फ्रेश होने के बहाने उसे जंगल की दूसरी तरफ ले गया, वहीं दोनों में पैसे की बात पर कहा सुनी और झूमाझटकी होने लगी, तभी गुस्से में उसने हसिया निकालकर मारा तो उसने हाथ आगे कर दिया, जिससे बालमुकुन्द का हाथ कट गया, फिर उसके गर्दन व सीने पर भी हसिया से वार किया (Friend Murder) और एक बडा पत्थर भी उसके सिर पर दे मारा, उसके बाद उसकी जेब का सामान लेकर भाग गया.