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Kishore Kumar Birthday Special: किशोर दा की याद में कहीं बना मंदिर, तो किसी ने बनवाया म्यूजियम

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Published : Aug 4, 2021, 6:15 PM IST

Updated : Aug 4, 2021, 10:17 PM IST

shore Kumar Birthday Special
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4 अगस्त को पूरे देश में बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार का 92वां जन्मदिवस मनाया जा रहा है. 92 साल पहले मध्य प्रदेश के खंडवा में आभास कुमार गांगुली का जन्म हुआ था. खंडवा में जन्मे आभास ने पूरी दुनिया में किशोर कुमार के नाम से पहचान बनाई. आज भी किशोर दा के गीत हर किसी के जुबान पर होते है. उज्जैन में प्रशंसक ने किशोर कुमार को याद करने के लिए मंदिर बनाया, तो इंदौर में एक प्रशंसक ने किशोर दा की याद में म्यूजियम बनाया.

खंडवा।बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार का आज जन्मदिवस है. 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में किशोर कुमार गांगुली का जन्म हुआ था. किशोर कुमार को लोग किशोर दा भी कहते थे. उनका असली नाम आभास कुमार गांगुली था. किशोर दा ने अपना फिल्मी सफर 1946 से शुरू किया था. किशोर को संगीत से बॉलीवुड में पहचान मिली. किशोर के गानों ने कई नायकों को महानायक बना दिया. कई अभिनेता किशोर दा के गानों से मशहुर हुए.

किशोर कुमार के गानों को आज भी गुनगुनाया जाता है. किशोर दा को चाहने वाले लोग आज भी उनकी याद में खंडवा में स्थित समाधि पर जाते है और दुध जलेबी का भोग लगाकर उन्हें गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि देते है. सिर्फ खंडवा में ही नहीं देश भर में किशोर दा को याद किया जाता है. मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक प्रशंसक ने किशोर दा का मंदिर ही बना दिया. इस मंदिर में किशोर कुमार की मूर्ती लगी हुई है. वहीं प्रदेश के इंदौर जिले में एक किशोर प्रेमी ने किशोर कुमार को समर्पीत म्युजियम बनाया है. इस म्युजियम में किशोर दा की यादों से जुड़े खास गानों और चीजों का कलेक्शन किया गया है.

Kishore Kumar Birthday Special

समाधि पर किशोर प्रेमियों ने लगाया दूध जलेबी का भोग

किशोर कुमार का आज 92वां जन्मदिन है, शोहरत की बुलंदियां छूने के बावजूद किशोर कुमार ताउम्र किशोर ही बने रहे. बिना संगीत की शिक्षा लिए किशोर कुमार बॉलीवुड में एक ध्रुवतारा बनकर उभरे और गीत-संगीत के ब्रह्मांड पर छा गए. किशोर कुमार की इच्छा था कि वह खंडवा में ही बस जाए, लेकिन खंडवा में आने के पहले 13 अक्टूबर 1987 को उनकी मृत्यु हो गई. किशोर कुमार की इच्छा के चलते उनके पार्थीव शरीर को खंडवा जिले में ही अंतिम संस्कार किया गया.

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किशोर कुमार की याद में किशोर प्रेमियों ने अंतिम संस्कार के स्थान पर उनकी समाधि बनाई. लगभग 3 एकड़ में फैली इस समाधि पर हर साल 4 अगस्त (जन्मदिवस) और 13 अक्टूबर (पुण्यतिथि) के दिन उनकी समाधि पर हजारों की संख्या में प्रशंसक जाते है और उन्हें दूध जलेबी का भोग लगाकर गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि देते है. देश विदेश से किशोर प्रेमी आकर उन्हें गीतों से श्रद्धांजलि देते है.

किशोर कुमार का मंदिर

उज्जैन में प्रशंसक ने बनाया किशोर दा का मंदिर

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के रहने वाले सुनील कुमार किशोर कुमार के बहुत बड़े प्रशंसक है. सुनील LIC में कर्मचारी है. उन्होंने किशोर दा की याद में 8 लाख रुपए खर्च कर मंदिर बनाया है. इस मंदिर में किशोर कुमार की बचपन से लेकर मृत्यु तक खास यादें है. सुनील का कहना है कि किशोर कुमार मेरे भगवान है. इसलिए मैं मंदिर में किशोर दा की मुर्ती की पूजा करतै हूं.

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उज्जैन वॉइस ऑफ किशोर कुमार के नाम से जाने जाने वाले सुनील बामनिया बताते है कि रोज सुबह मैं किशोर कुमार की आरती करता हूं. किशोर दा की पूजा के बाद वे मूर्ती को दूध जलेबी का भोग लगाते है. साथ ही किशोर दा के प्रशंसकों को उज्जैन में ठहरने की नि:शुल्क व्यवस्था करता हूं. सुनील को किशोर दा की पत्नी लीना चंद्रावरकर ने मुंबई में वाइस ऑफ किशोर कुमार का सम्मान दिया था.

किशोर कुमार की याद में बना म्यूजियम

इंदौर में प्रशंसक ने बनाया किशोर म्यूजियम

इंदौर के नवीन खंडेलवाल ने किशोर कुमार को समर्पीत आशियाना (म्यूजियम) बनाया है. इस आशियाने में किशोर दा से जुड़ी यादें बंद है. नवीन ने इस म्यूजियम का नाम पंकियाना (पंचम और किशोर का आशियाना) रखा है. नवीन पेशे से सीए है, किशोर कुमार के प्रति उनकी दिवानगी ऐसी है कि उन्होंने किशोर कुमार की यादों को संजोय रखने के लिए म्यूजियम बना दिया.

नवीन खंडेलवाल का कहना है कि किशोर कुमार के गाने, उनका अभिनय, उनका निर्देशन एक अलग दर्जे का था. वर्तमान समय में उनकी इस प्रतिभा को सहेजने की आवश्यकता है. उनके द्वारा किशोर कुमार की यादों को सहेज कर इसलिए भी रखा गया है, ताकि आने वाली पीढ़ी को उनसे जुड़ी बातों को बताया जा सके. म्यूजियम में नवीन, उनका परिवार, दोस्त और कई लोग आते हैं. फिर यहां किशोर कुमार के गीत संगीत की महफिल सजती है.

इंदौर से किशोर कुमार का विशेष जुड़ाव

किशोर कुमार की पढ़ाई इंदौर में पूरी हुई थी. किशोर कुमार इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़ाई किया करते थे. जहां से उन्होंने अपने संगीत की शुरुआत भी की थी. किशोर कुमार कॉलेज के बाहर पेड़ के नीचे बैठकर हमेशा रियाज करते थे. अपने गानों को गुनगुनाया करते थे. किशोर कुमार के प्रतिदिन रियाज को देखने के लिए वहां लड़कों की भीड़ लगी रहती थी.

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समाधि पर किशोर प्रेमियों ने गीत गाकर दी श्रद्धांजलि

खंडवा में स्थित किशोर कुमार के पुश्तैनी घर ओर उनकी समाधि पर पूरे देश से लोगों यहां गीत गाकर उनको याद किया. जन्मदिन की चलते उनकी समाधि को फूलों से सजाया गया. दिल्ली, मुंबई, राजकोट और कोलकाता से किशोर प्रेमी समाधि पर पहुंचे और उनको श्रद्धांजलि दी. समाधि पर खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा, एसपी विवेक सिंह, डीएसपी संतोष कौल, एसडीएम ममता खेड़े, जिला पंचायत सीईओ नंदा बहलावे कुशरे, निगम उपायुक्त दिनेश मिश्रा सहित आम लोगों ने गीत गाकर श्रद्धांजलि दी.

गौरीकुंज सभागृह में किशोर नाइट कार्रयक्रम

बुधवार को रात 8 बजे खंडवा के गौरीकुंज सभागृह में किशोर नाइट कार्यक्रम होगा. इस कार्यक्रम में मुंबई और इंदौर के कलाकार गीतों की प्रस्तुति देंगे. वाइस ऑफ खंडवा के विजेताओं को भी यहां पुरस्कृत दिया जाएगा. देश और दुनिया में खंडवा का नाम रोशन करने वाले किशोर कुमार का जन्मदिन कोविड-19 के प्रोटोकाल को देखते हुए मनाया जा रहा है.

Last Updated :Aug 4, 2021, 10:17 PM IST

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