इंदौर। इन दिनों एक पिता को बड़ी शिद्दत से किसी बंदर की तलाश है जो उनकी बेटी के हाथ से 5 मंगलवार तक दो दो केले खा सके. वजह है बेटी के विवाह की चिंता, दरअसल खुद एक मंदिर में पुजारी होने के बावजूद पिता को एक अन्य पुजारी ने सलाह दी है कि यदि श्रावण मास में 5 मंगलवार तक उनकी बेटी ने किसी बंदर को दो दो केले खिलाए तो उनकी बेटी का मंगल दोष दूर होने के साथ उसका विवाह तय हो जाएगा. शर्त यह है कि केले बेटी को ही अपने हाथ से बंदर को खिलाने हैं लिहाजा पिता पुत्री इन दिनों बंदर की तलाश में जुटे हुए हैं.
चिड़ियाघर में नहीं मिली अनुमति: बीते मंगलवार को यह दोनों इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में हर मंगलवार को चुपके से केले खिलाने की अनुमति मिलने की लालसा में चिड़ियाघर प्रभारी के पास पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी बेटी की शादी नहीं हो पाने की दुहाई देने के साथ चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव को लगातार समझाने की कोशिश की. उनका कहना था कि हम चुपके से दो दो केले हर मंगलवार को खिला दिया करेंगे किसी को पता नहीं चलेगा लेकिन वन्यजीवों को परीक्षण के बाहरी सामग्री नहीं खिलाए जाने की बाध्यता के चलते उन्होंने भी पिता पुत्री के सामने अपने तरीके से असमर्थता जता दी. लिहाजा अब पिता पुत्री इंदौर के आसपास 5 मंगलवार तक बंदर की उपलब्धता वाले स्थान तलाश रहे हैं.
शहर भर में बंदर की तलाश: इस दौरान ETV Bharat से चर्चा में पिता ने बताया वे खुद भी नगर निगम में कार्यरत रहे हैं लेकिन अब उन्हें भी चिड़ियाघर में बंदरों को खिलाने की अनुमति नहीं मिल पाई. उन्होंने बताया की घर के पास होने के कारण चिड़ियाघर उपयुक्त स्थान था लेकिन अब वे शहर के बिजासन मंदिर के आसपास उपलब्ध रहने वाले बंदर अथवा भेरू घाट पर सड़क के आस पास पाए जाने वाले बंदरों को केले खिलाने के लिए अपनी बेटी को लेकर 5 मंगलवार तक जाएंगे.
बंदर की खोज से पूरी होगी पति की खोज: उन्होंने बताया कि उनकी बेटी की उम्र 30 वर्ष से भी ज्यादा हो गई है लेकिन अब तक मंगल दोष और मांगलिक होने के कारण उसका विवाह नहीं हो पा रहा है. जिसके फलस्वरूप एक अन्य पुजारी की सलाह पर मंगल दोष दूर करने के लिए बंदरों को केले खिलाने का विधान वह पूरा करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि श्रावण मास में वे अपनी बेटी को मोटरसाइकिल पर लिए कई बार बंदर की खोज में निकल चुके हैं लेकिन फिलहाल उन्हें शहर में बंदरों की उपलब्धता को लेकर असफलता ही हाथ लग रही है. इसलिए अब वे दोनों अगले मंगलवार को बिजासन माता मंदिर और भेरूघाट भेरूघाट की ओर रुख करेंगे.