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कोरोना की तीसरी लहर से पहले अलर्ट, अस्पताल पहुंची दो ऑक्सीजन मशीन

जिले में अभी कोरोना के नए मामले पूरी तरह से खत्म नहीं हुए हैं. ऐसे में तीसरी लहर का खौफ भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. हालांकि राहत की बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर से मजबूती से लड़ने की तैयारी में जुट गया है. इसी क्रम में जिला अस्पताल में पहुंची दो ऑक्सीजन मशीनों को स्थापित करने का काम शुरू हो गया है.

oxygen machine
ऑक्सीजन मशीन

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Published : Jul 10, 2021, 11:46 AM IST

Updated : Jul 10, 2021, 11:53 AM IST

होशंगाबाद।कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले सरकार तैयारियों में जुट गई है. इस बीचजिला अस्पताल में शुक्रवार को पहुंची दो ऑक्सीजन मशीनों को स्थापित करने का काम शुरू हो गया. 300 एलपीएम क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के लगने से अब यहां सैकड़ों मरीजों को हॉस्पिटल में निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी.

तीसरी लहर को लेकर तैयारी
बता दें कि, कोरोना की दूसरी लहर ने प्रदेश के साथ जिले को भी झकझोर के रख दिया था. इस दौरान जिले में कई लोगों ने अपनों को खो दिया था. ऑक्सीजन की कमी के कारण न सिर्फ लोगों को भटकना पड़ा, बल्कि कइयों ने अपनों को खोकर इसकी कीमत चुकाई. वहीं तीसरी लहर की आशंका के बावजूद भी सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है. लोग बाजारों में बिना मास्क के निकल रहे हैं. हालांकि, इसके बावजूद तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की जा रही है.

ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था
जिले में सुविधाओं की बात की जाए तो स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर 482 हैं, और बी टाइप 304 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. सभी सेंटरों पर सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन देने की व्यवस्था है. जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट के स्ट्रक्चर में मशीनें भी लग गई हैं. ऐसे में अब यह ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो जाएगा. जिससे लोगों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी.

मरीजों के लिए 500 बेड
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में 500 से अधिक बेड हैं. जिसमें से 250 से अधिक आइसोलेशन बेड हैं और 64 ऑक्सीजन बेड हैं. जिले में डीसीएचसी(1) 36 बेड, डीसीएचसी(2) 28 बेड हैं, मैटरनिटी में करीब 130 बेड, एसएनसीयू में 32 बेड, पीआईसीयू में 10 बेड, सीएचडब्लू 25 में बेड, एनआरसी में 10 बेड और आईसीयू में 10 बेडों की व्यवस्था है, जोकि जिले के लिए पर्याप्त है.

19 नए डॉक्टरों की भर्ती
जिले में फिलहाल, 110 डॉक्टर हैं. इसके अलावा 19 नए डॉक्टरों की भर्ती की गई है. जिसमें आयुष डॉक्टर भी शामिल हैं. यहां पर 72 नई नर्सों की नियुक्ति की गई है. इन सभी को जरूरत के अनुसार जॉइनिंग दी गई है. जिला अस्पताल में 27 डॉक्टर और 133 नर्स हैं. वरिष्ठ डॉक्टरों को ग्रामीणों इलाकों में भेजा गया और आगे भी ऐसा जरूरत पड़ने पर किया जाएगा. इसके अलावा तीसरी लहर में अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बच्चों के लिए ज्यादा घातक होगी. इसलिये जिले में 6 विशेषज्ञों की तैनाती के साथ उन्हे विपरीत परिस्थियों से निपटने के लिए ट्रेनिंग देने की भी तैयारी की जा रही है.

बच्चों पर 'तीसरी लहर' का असर
तीसरी लहर का असर बच्चों पर ज्यादा पड़ सकता है, इसलिए जिले में 6 बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की गई है. एसएनसीयू और पीआईसीयू की भी व्यवस्था है. फ्रंटलाइन वर्करों को ट्रेनिंग देने की भी तैयारी है, जिससे वे कोरोना का मुकाबला मजबूती से कर सकें.


12 लाख से ज्यादा है जिले की आबादी
बता दें कि 12 लाख 40 हजार 975 की कुल जनसख्या वाले होशंगाबाद में कुल आबादी वाले गांव 923 हैं. 8 तहसील, 7 विकासखंड, 421 कुल ग्राम पंचायत, 7 जनपद पंचायत, 11 शहरीय क्षेत्र, 4 नगर पालिका हैं. यहां की ग्रामीण जनसंख्या 8 लाख 51 हजार 126 और शहरी आबादी 3 लाख 89 हजार 849 है. जनसंख्या के हिसाब से ही कोरोना खात्मे की तैयारी की जा रही है.

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वैक्सीनेशन से कोरोना संक्रमण पर रोक
वर्तमान में वैक्सीनेशन की बात की जाए तो करीब 1 लाख 55 हजार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. लेकिन आबादी के लिहाज से वैक्सीनेशन कम है. बता दें कि जिले की कुल आबादी 12 लाख 40 हजार 975 है, जिसे जल्द से जल्द वैक्सीनेट करना जरुरी है और अगर ऐसा नहीं करते हैं तो तीसरी लहर में जिले की बड़ी आबादी संक्रमित हो सकती है. जिससे खतरा ज्यादा बढ़ सकता है. अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि 129 डॉक्टरों के भरोसे ये जिला तीसरी लहर से कैसे लड़ पाएंगा. हालांकि स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर से मजबूती से लड़ने के अपने वादे पर कायम है.

Last Updated : Jul 10, 2021, 11:53 AM IST

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