MP Scrap Policy: 15 साल पुराना होने के बाद भी स्क्रैप नहीं होगा आपका वाहन, जानें क्या है वजह
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Published : Mar 11, 2023, 1:25 PM IST
Scrap Policy in MP: 15 साल पुराना होने के बाद भी आपका वाहन अब स्क्रैप नहीं होगा, ऐसा इसलिए क्योंकि एमपी की शिवराज सरकार ने जो नया नियम लाया है, उसमें केवल सरकारी वाहन ही शामिल हैं, जबकि अभी तक प्राइवेट वाहनों के लिए कोई पॉलिसी नहीं आई है.
स्क्रैप पॉलिसी
एमपी स्क्रैप पॉलिसी पर गोविंद सिंह राजपूत का बयान
ग्वालियर। मध्य प्रदेश में 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को बंद करने के लिए सरकार में घोषणा की है, लेकिन लोगों को या असमंजस है कि 15 साल से अधिक किस प्रकार के वाहन है जो बंद होंगे. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से बात की और उन्होंने इस स्क्रैप पॉलिसी को लेकर स्पष्ट किया कि जो 15 साल से अधिक सरकारी वाहन स्क्रैप है वह बंद होंगे, प्राइवेट वाहन कोई भी बंद नहीं किया जाएगा.
प्राइवेट वाहनों के लिए कोई पॉलिसी नहीं: एमपी परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मध्यप्रदेश में कोई भी प्राइवेट वाहन बंद नहीं किया जाएगा. मध्य प्रदेश सरकार ने बजट में सरकारी वाहनों के लिए घोषणा की है जो सरकारी वाहन 15 साल से अधिक स्कैप वाहन हैं, उसको बंद किया जाएगा. इसे अलावा उन्होंने कहा कि अभी प्राइवेट वाहनों के लिए कोई पॉलिसी नहीं आई है.
किसानों को मुआवजा देगी सरकार:इसके साथ ही अभी हाल में ही मध्यप्रदेश में हुई ओलावृष्टि को लेकर परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है कि "जिन इलाकों में ओलावृष्टि से फसल का नुकसान हुआ है, वहां पर सभी जिले के कलेक्टरों को सर्वे का काम शुरू करने के लिए आदेश दे दिया है. किसानों की फसल के नुकसान का आकलन किया जा रहा है और जो भी नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा दिया जाएगा और यह काम बहुत जल्दी होने वाला है." गौरतलब है कि अभी हाल में ही मध्य प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है, यही कारण है कि मध्यप्रदेश सरकार ने तत्काल ऐलान किया है कि जल्द उन इलाकों में जहां ओलावृष्टि हुई है वहां पटवारी और आरआई के माध्यमों से सर्वे कराएं और किसानों को जल्द से जल्द राहत राशि पहुंचाएं. बता दे परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर है और वह आज अपने प्रभार जिले भिंड के अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिएल यहां पहुंचे हैं.