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पांढुर्णा को नहीं मिला गोटमार सिटी का नाम , नपा पर मनमानी का आरोप

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Published : Jun 24, 2020, 2:39 PM IST

छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा शहर के प्रवेश द्वार पर 'गोटमार नगरी पांढुर्णा' नहीं लिखने को लेकर जामसावली पदयात्रा समिति ने आपत्ति जाहिर कर नगर पालिका पर मनमानी का आरोप लगाया है.

Pandhurna
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छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा शहर के एंट्री गेट पर 'गोटमार नगरी पांढुर्णा' नाम अंकित नहीं करने को लेकर जामसावली पदयात्रा समिति ने आपत्ति जाहिर कर नगर पालिका पर मनमानी का आरोप लगाया है.

पूरे विश्व में खूनी खेल के नाम से प्रसिद्ध गोटमार मेले को पांढुर्णा के नाम से जाना जाता हैं, इसलिए अब यहां की जनता शहर के प्रवेश द्वार पर 'गोटमार नगरी पांढुर्णा' नाम अंकित करने की मांग की गई थी, लेकिन नगर पालिका ने इस नाम को अंकित करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और आनन फानन में 'नगर पालिका आपका हार्दिक स्वागत करती हैं' अंकित कर दिया, जिसको लेकर जामसावली पदयात्रा समिति ने नगर पालिका के प्रति आक्रोश जाहिर किया है और नाराजगी के चलते समिति ने नगर पालिका पर मनमानी का आरोप भी लगाया है.

बता दें, छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में पोला त्यौहार के दूसरे दिन एक ऐसा खूनी खेल खेला जाता, जिसे देखकर सबके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. इस दिन दो पक्ष के लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाकर अपनी सदियों पुरानी खूनी परंपरा को निभाते हैं, इसलिए इसे गोटमार नगरी का नाम अब शहर के मुख्य प्रवेश द्वार पर अंकित करने की मांग पांढुर्णा की जनता ने की थी, लेकिन इस प्रस्ताव पर नगर पालिका द्वारा अमल नही किया गया.

8 माह में दिए कई ज्ञापन, एक पर भी अमल नहीं

जामसावली पदयात्रा समिति के मनोज गुडधे का कहना हैं कि पांढुर्णा नगर पालिका द्वारा शहर की सीमा के पास तीन प्रवेश द्वार जिनमें खड़क नदी, भंडारगोंदि बायपास और वरुड़ रोड साइंस कॉलेज के पास बनाए गए हैं, जिस पर 'गोटमार नगरी पांढुर्णा' नाम अंकित करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन किसी ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. यहीं शहर के 30 वार्ड की जनसमस्या को लेकर बीते 8 महीने से ज्ञापन दिया जा रहा हैं, लेकिन एक भी ज्ञापन पर कोई अमल नहीं किया गया है.

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