भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू में एक नर बाघ कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला से लाया गया है, जो कि पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी का है और यहां पर बाघों की आपसी लड़ाई में यह नर बाघ घायल हो गया था. इसे रेस्क्यू कर उपचार के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला भेजा गया था. इसकी उम्र तकरीबन 3 साल 6 माह है. उक्त नर बाघ के के नाइन क्षतिग्रस्त होने से वन विहार के रेस्क्यू सेंटर में रखे जाने के लिए भेजा गया है.
बाघ की गतिविधि पर नजर
बाघ का स्वभाव काफी आक्रामक है और वर्तमान में इसे वन विहार के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है. संचालक वन विहार ने इस बाघ को 'पंचम' नाम दिया है. यह बाघ अभी नये परिवेश में ढ़लने का प्रयास कर रहा है. इस बाघ के आने के साथ ही वन विहार में अब बाघों की संख्या 15 हो गई है. अचानक से जंगल से इनक्लोजर करने से बाघ थोड़ा आक्रामक हो गया है. बताया जा रहा है कि पंचम बाघों की आपसी लडाई में घायल हुआ है, इसे वन विहार में स्वास्थ्य होने तक रखा जाएगा. इसके व्यवहार पर वन विभाग का स्वास्थ्य अधिकारी नजर रख रहे हैं, साथ ही लागतार अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
बाघों की आपसी लड़ाई में हुआ घायल
वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर अशोक जैन ने बताया कि मंडला से घायल बाघ को लाया गया है, जिसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, साथ ही बाघ को इंसानी दखल से दूर ही रखा जा रहा है. जंगल से लाए गए जानवर को प्राकृतिक रूप में ही रखना ठीक होता है. कम से कम कर्मचारी बाघ के पास पहुंच रहे हैं, लगातार सीसीटीवी कैमरे से बाघ के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है, साथ ही व्यवहार का लगातार अध्ययन किया जा रहा है.