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नक्सली मूवमेंट तेज होने पर नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को ठहराया जिम्मेदार, जायजा लेने बालाघाट जाएंगे गृह मंत्री

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Published : Dec 14, 2020, 12:12 PM IST

Updated : Dec 14, 2020, 2:28 PM IST

मध्य प्रदेश में नक्सलियों की आहट अब तेज होती दिखाई दे रही है. बस्तर के नक्सली अब अपना ठिकाना मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में खोज रहे हैं, जानकारी के मुताबिक कान्हा नेशनल पार्क के आसपास के जंगलों में लगातार नक्सली मूवमेंट देखा जा रहा है. वहीं नक्सली मूवमेंट को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया है. समझिए आखिर नरोत्तम मिश्रा बालाघाट क्यों जा रहे हैं और कौन सी जगह नक्सली मूवमेंट तेज हुआ है. ईटीवी भारत ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया था कहां पर नक्सली मूवमेंट सबसे तेज है.

Narottam Mishra and Kamal Nath
नरोत्तम मिश्रा और कमलनाथ

भोपाल। बालाघाट में चल रहे नक्सली मूवमेंट को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जल्द बालाघाट जाएंगे. जहां वे प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी और आला अधिकारियों के साथ नक्सली मूवमेंट को लेकर बैठक भी करेंगे. नकस्ली मूवमेंट को लेकर गृहमंत्री ने पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तत्तकालीन कमलनाथ सरकार ने इन नक्सली को ढील दी, जिसके बाद बालाघाट में नक्सली फिर सक्रिय हो गए हैं.

मंत्री ने कहा कि बालाघाट में नक्सली मूवमेंट पर कहा कि बीजेपी सरकार ने एंटी नक्सल मुहिम 15 साल चलाई. इस दौरान एक भी नक्सली मध्यप्रदेश में घुस नहीं पाया, लेकिन कमलनाथ सरकार ने ढील दी और बालाघाट में फिर से नक्सली सक्रिय हो गए हैं. मंत्री ने कहा इससे पहले जब दिग्विजय सिंह की सरकार थी, बालाघाट में लिखी राम कांवरे की नक्सलियों ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी. इसके बाद जब शिवराज सरकार आई तो, हमने नक्सलियों पर लगाम लगाई. लेकिन बीच में जब कमलनाथ की सरकार आई तो उन्होंने उसमें ढील दे दी और नक्सली फिर सक्रिय हो गए. किन पुलिस अपना काम कर रही है मध्यप्रदेश में किसी भी नक्सली डकैत गैंग को पनपने नहीं दिया जाएगा. योजनाओं की भी अब खैर नहीं है

नक्सली मूवमेंट पर नरोत्तम का बयान

बीजेपी हमेशा करती है किसानों की बात

देश में लगातार जारी किसान आंदोलन और किसान सम्मेलन को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बीजेपी हमेशा से ही किसानों की बात करती है. उनके बीच जाती है लेकिन कांग्रेस कर्ज माफी जैसे झूठ किसानों से कहती है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आखिर क्यों सिंघु बॉर्डर पर नहीं जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सदैव ही किसानों के हितों की बात करती है, उन्हें सोचना चाहिए जो किसानों से कर्ज माफी के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं.

कमलनाथ के नेतृत्व पर कांग्रेसी ही उठा रहे सवाल

कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल के दिग्विजय सिंह को फ्रंट में रहने वाले बयान पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेसी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व पर कांग्रेसी ही सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि उपचुनाव के बाद कमलनाथ दिखाई नहीं देंगे और हकीकत में अब कमलनाथ सिर्फ ट्विटर पर ही दिखाई दे रहे हैं. मंत्री ने कहा कि फिलहाल कमलनाथ मासिक हैं. कुछ दिनों बाद त्रिमासिक हो जाएंगे. उसके बाद वार्षिक हो जाएंगे. वहीं नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब कांग्रेस में भगदड़ का माहौल बना हुआ है.

किसान आंदोलन पर गृह मंत्री का बयान

राहुल गांधी बधाई के पात्र

हैदराबाद में कांग्रेस की स्थिति को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने चुटकी लेते हुए कहा कि हैदराबाद में कांग्रेस की 2 सीटें थी और दो ही सीटें उन्हें मिली है. 2 सीटों को बनाए रखने पर राहुल गांधी बधाई के पात्र हैं. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश में कई जगह कांग्रेस की सीटें घटी हैं इसके बावजूद हैदराबाद में 2 की 2 सीटों पर कायम रहना बहुत बड़ी बात है और इसलिए मैं राहुल गांधी को बधाई देता हूं.

मध्यप्रदेश में नक्सलियों की आहट

नक्सली मूवमेंट को लेकर ईटीवी भारत ने अपनी एक रिपोर्ट में दिखाया था, किस तरह और कहां-कहां नक्सलियों का मूवमेंट बढ़ा है. मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ का विभाजन होने के बाद अपना एक हिस्सा और नक्सली समस्या छत्तीसगढ़ को दे चुके मध्य प्रदेश में नक्सलियों की आहट अब तेज होती दिखाई दे रही है. बालाघाट सहित प्रदेश के कुछ जिलों को सुरक्षित मानते हुए यहां बढ़ रही नक्सली घुसपैठ पुलिस-प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है. हाल ही में जिले में लगातार नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़ हो रही है. मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिले बालाघाट में नक्सली उपस्थिति की गंभीरता को बढ़ा दिया है. यह चिंता इसलिए भी वाजिब है क्योंकि संयुक्त मध्य प्रदेश में नक्सली इसी जिले में एक मंत्री लिखिराम कांवरे की हत्या कर चुके हैं.

बालाघाट में तीन दलम सक्रिय

बालाघाट जिले में टाडा, मलाजखंड व परसवाड़ा दलम सक्रिय हैं. हालांकि अभी वर्तमान में टाडा व मलाजखंड दलम ही सक्रिय है .इस दलम में दो दर्जन से ज्यादा हथियार बन्द नक्सली लगातार जिले के अलग अलग इलाको में अपनी सक्रियता दिखा रहे है.बालाघाट जिले के बैहर, लांजी,व परसवाड़ा क्षेत्र अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित है.

लाल आतंक की आहट

पुलिस सक्रिय लगातार कर रही सर्चिंग

नक्सलियों द्वारा बालाघाट जिले सहित आसपास के जिलों में कर रहे विस्तार को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने भी अपनी रणनीति बदली है. बालाघाट पुलिस छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र राज्य के पुलिस के साथ संयुक्त टीम बनाकर बालाघाट से सटे सीमावर्ती इलाकों में सर्चिंग कर रही है, जिससे पुलिस को लगातार नक्सलियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सफलता मिल रही है.

  • 23 मई की रात मलाजखंड थाना क्षेत्र के पादरी चौकी के जंगल में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए थे, इस मुठभेड़ में 13 से 15 के बीच महिला और पुरुष हथियारबंद नक्सली थे.
  • 17 सितंबर को कान्हा से सटे समनापुर-बांधा टोला कान्हा कोर जॉन इलाके में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में पुलिस ने 12 लाख के इनामी प्लाटून 2 के सक्रिय सदस्य ओसा उर्फ बादल को गिरफ्तार किया और एक पिस्टल भी बरामद की.
  • 5-6 नवंबर की दरमियानी रात कान्हा से सटे मालखेड़ी के जंगल मे पुलिस नक्सली मुठभेड़ में खटिया मोचा दलम के 8 लाख इनामी नक्सली शारदा को मार गिराया. दो नाली 12 बोर बंदूक बरामद की गई.
  • 11-12 नवंबर की दरमियानी रात कान्हा नेशनल पार्क से सटे बोरवन के जंगल में नक्सलियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई, जिसमें 2 इनामी महिला नक्सली मलाजखंड दलम की शोभा और दरे कसा दलम की सावित्री को मार गिराया. इनके पास से इंसास व 12 बोर रायफल को जब्त किया गया.
Last Updated :Dec 14, 2020, 2:28 PM IST

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