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Bhopal Master Plan: बीजेपी MLA ने मास्टर प्लान पर जताई आपत्ति, बड़ा तालाब का कैचमेंट एरिया कैसे बढ़ा

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Published : Jun 30, 2023, 9:47 PM IST

भोपाल के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2031 पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने सवाल उठाये हैं. विधायक शर्मा ने तालाब के कैचमेंट एरिया समेत कई मामलों में सवालिया निशान लगाए हैं.

bhopal master plan 2031
भोपाल मास्टर प्लान

भोपाल।एमपी की राजधानी भोपाल के विकास के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान 2031 को लेकर विधायक रामेश्वर शर्मा ने लिखित आपत्ति दर्ज कराई है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने प्रस्तावित प्लान 2031 को उच्च वर्ग का मास्टर प्लान बताते हुए कहा कि गांव, गरीब, किसान और मध्यम वर्ग के सुनहरे भविष्य को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान ड्राफ्ट तैयार नहीं किया गया है इसमें अनेक विसंगतियां है, पुनर्विचार की जरूरत है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया बढ़ाए जाने समेत कई बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई है.

बड़ा तालाब का बढ़ा कैचमेंट एरिया: रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बड़ा तालाब का क्षेत्रफल 200 हेक्टेयर कैसे बढ़ा ? पीढ़ियों से बसे ग्रामीण कहाँ जाएंगे ?: मास्टर प्लान 2031 के ड्राफ्ट में कैचमेंट को ग्रीन बेल्ट में दर्शाया गया. साथ ही तालाब का क्षेत्रफल 200 हेक्टेयर पहले और अधिक दर्शाया गया है. यह किस नियम के तहत किया गया इसका आधार क्या है ? कैचमेंट क्षेत्र के किसान परिवार जो पीढ़ी से इस क्षेत्र में निवासरत हैं कृषि पर आधारित होकर अपना जीवन यापन कर रहें है उनकी कृषि भूमि को ग्रीन बेल्ट में दर्शाया जाने का निर्णय पर मेरी घोर आपत्ती है. इसमें तत्काल सुधार करने की जरूरत है.

भोपाल के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2031 पर आपत्ति

पहले जोनल प्लान जरूरी:विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि भोपाल की भौगोलिक संरचना अन्य शहरों की अपेक्षा बिल्कुल अलग है इसलिए जरूरी होगा कि जोन वार मास्टर प्लान बनाया जाए फिर भोपाल का मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार हो. किसी एक विशेष क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार कर लेने से सम्पूर्ण भोपाल का भला होगा, ऐसा संभव नहीं है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि गांवों तक पहुंच मार्ग को 18 मीटर तक चौड़ा दर्शाया गया है. फिर इन गांवों में अन्य निर्माण एवं व्यवसायिक गतिविधियों की अनुमति का प्रावधान क्यों नहीं रखा गया.

प्रस्तावित मास्टर प्लान पर आपत्ति

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आपत्ति के मुख्य बिंदु

  1. भोपाल का भौगोलिक क्षेत्र अन्य शहरों की अपेक्षा बिल्कुल अलग है इसलिए मास्टर प्लान से पहले बनाया जाए भोपाल का जोनल प्लान
  2. मास्टर प्लान में जहां सेंट्रल पार्क दर्शाया गया है उसपर वन विहार सात महीने पहले ही अपनी आपत्ति व्यक्त कर चुका है. जब ऐसा है तो मास्टर प्लान में सेंट्रल पॉर्क को किस आधार पर दर्शाया गया.
  3. भौतिक सत्यापन के बिना मास्टर प्लान जारी करना नागरिकों एवं भोपाल के साथ अन्याय साबित होगा.
  4. प्रस्तावित मास्टर प्लान में कालापानी, बोरदा, सतगड़ी, समसगढ़ आदि जिस क्षेत्र को सिटी फारेस्ट घोषित किया गया, यहां बड़ी आबादी पहले से निवासरत है. जहां शासन द्वारा उन्हें पट्टे भी दिए गए अन्य को भी बहुत जल्द दिए जाने हैं.
  5. निवेश क्षेत्र धामनिया खोरी गोल एवं शोभापुर में आद्योगिक क्षेत्र प्रसात्वित किया जाए
  6. ग्राम मुंडला, आमला एवं सरवर के मध्य औद्योगिक क्षेत्र प्रसात्वित किया जाए
  7. कैचमेंट क्षेत्र में 1100 वर्ग फिट क्षेत्र में 2000 वर्ग फिट के निर्माण की अनुमति दी जाय, साथ ही कैचमेंट क्षेत्र में फार्म हाउस की भी अनुमति दी जाय
  8. फंदा ब्लॉक के दक्षिण क्षेत्र की ओर विकास योजना में ध्यान नहीं दिया गया है जिसका पुनः अवलोकन किया जाए.
  9. इंदौर से सीहोर मार्ग को व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए.
  10. मुख्यमंत्री द्वारा अवैध कॉलोनियों को वैध करने की घोषणा को मास्टर प्लान 2031 में सम्मिलित करें.
  11. फंदा के दक्षिण क्षेत्र में हवाई पट्टी प्रस्तावित की जाए
  12. वार्ड क्रमांक 3, 4 एवं 5 की अवैध कॉलोनी एवं झुग्गी क्षेत्र को आवसीय घोषित किया जाये
  13. मास्टर प्लान 2031 की दावा आपत्ति सुझाव की अवधि 6 महीने की जाए

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