भिंड। सरकार बच्चों की पढ़ाई लिखाई को लेकर चिंतित है. तभी तो डेढ़ साल के लंबे इंतजार के बाद मिडिल स्कूल दोबारा खोले गए हैं. लेकिन ज़िले में शिक्षक और हेडमास्टरों की ड्यूटी शिक्षण कार्य की बजाए वैक्सीन कॉल सेंटर (teachers duty in vaccination awareness call center)के तौर पर लगा दी गयी है. एक दिन के लिए लगाई गई ड्यूटी हफ्ते भर बाद भी जारी है. जिसका खामियाजा पढ़ने वाले बच्चों को भुगतना पड़ रहा है.
बच्चों की पढ़ाई की किसे है चिंता
भिंड के गोहद में शिक्षकों की ड्यूटी वैक्सीनेशन जागरूकता अभियान में लगा दी गई है. गोहद SDM के एक मौखिक आदेश पर 11 शिक्षकों को कॉल सेंटर में लगा दिया गया है. जिनमें कुछ हेडमास्टर भी शामिल हैं को शिक्षण कार्य की जगह ऐसे( (Children education at stake in bhind)) लोग जिन्होंने अब तक अपना वैक्सीन का पहला या दूसरा डोज़ नही लगवाया है उन्हें कॉल कर वैक्सीन लगवाने के संबंध में जानकारी दें. जिसका सीधा असर उनके स्कूली छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है क्योंकि कॉल सेंटर की ड्यूटी करने की वजह से वे अपना शिक्षण कार्य नही कर पा रहे हैं.
10 नवम्बर को प्रदेश में चलाए गए वैक्सीनेशन महा अभियान से पहले गोहद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी वीएस अनंत को गोहद एसडीएम शुभम शर्मा ने मौखिक आदेश देकर कुछ शिक्षकों की ड्यूटी कॉल सेंटर में लगाने के लिए सूची मांगी थी. इसमें कुल 11 शिक्षक और हेडमास्टर के नाम हैं. इनकी ड्यूटी एक दिन के लिए लगाई गई थी. इन लोगों को महा अभियान में दूसरा टीका लगवाने के लिए लोगों से फोन पर बात करनी थी.(SDM dictatorship bhind) लेकिन आज तक उनकी ड्यूटी जनपद कार्यालय गोहद में ही चल रही है.
SDM सुनने को तैयार नहीं
गोहद के मिडिल स्कूल क्रमांक-2 के हेडमास्टर देशराज सिंह का कहना है कि वे वर्तमान में अपनी स्कूली ज़िम्मेदारी का निर्वहन करने में असमर्थ हैं. क्योंकि उनकी ड्यूटी स्वास्थ्य विभाग में लगा दी गयी है. उन्होंने बताया कि BEO द्वारा उन्हें एक दिवसीय ड्यूटी के लिए कहा गया था. लेकिन एक सप्ताह का समय हो गया और कोई ड्यूटी से हटाने के संबंध में सुनवाई नहीं कर रहा है. उनका मानना है कि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. लेकिन कोई भी अधिकारी इस बात को सुनने के लिए तैयार नही हो रहा है. जबकि एक मीटिंग के दौरान कलेक्टर सतीश कुमार एस ने किसी भी विभाग के कर्मचारी को अन्य ड्यूटी पर ज्यादा समय तक रोकने से मना किया है.
टीचर का अपना दर्द
गोहद के शासकीय मिडिल स्कूल सर्वोदय के प्रभारी हेड मास्टर हरगोविंद देवेश का भी कहना है कि, बीईओ द्वारा उनकी ड्यूटी एक दिन के लिए लगाई थी. लेकिन आज तक चेंज नही हुई. जिसकी वजह से उनका नुकसान हो रहा है. प्रभारी होने की वजह से प्रतिदिन मूल्यांकन, फीडबैक, साप्ताहिक मूल्यांकन जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां विभाग को भेजना होती हैं. लेकिन 9 नवम्बर से यहां बैठने की वजह से विभागीय जानकारियां भी नही भेज पा रहे हैं. उनका कहना है कि BEO और SDM से बात करने की कोशिश भी की लेकिन कोई भी ड्यूटी निरस्त करने को तैयार नही है. स्वास्थ्य विभाग में भी इस संबंध में चर्चा करने पर BMO द्वारा यह कहकर बात टाल दी गयी, कि आपकी ड्यूटी हमने नहीं लगाई है.
बीएलओ को भी कॉलिंग में लगाया
इस ड्यूटी में एक शिक्षक ऐसे भी शामिल है जिनपर बीएलओ की भी ज़िम्मेदारी है. वर्तमान में 30 नवम्बर तक निर्वाचन के लिए वोटर कार्ड सुधार , नए वोटरकार्ड बनाने और हटाने का कार्य भी पूर्ण किया जाना है. जिसमें हायर सेकेंडरी कन्या शाला के शिक्षक कमलेश कुमार वार्ड -1 के BLO हैं. लेकिन उनकी ड्यूटी भी कॉल सेंटर में लगाये जाने से वे निर्वाचन संबंधी कार्य नहीं कर पा रहे हैं.