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Barwani: कलयुगी बेटों की करतूत! 75 वर्षीय मां को किया बेघर, शिकायत लेकर थाने पहुंची महिला

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Published : Oct 18, 2022, 2:42 PM IST

Barwani son removed mother from home

जब अपना ही खून दगा से जाए तो इससे बड़ी बिडम्बना क्या होगी. वह भी उम्र के उस पड़ाव पर जब शरीर साथ देना छोड़ दे और कमर झुक कर चलना पड़े. जिस उम्र में पोते को खिलाने की बजाए वह खुद दुसरो के घर काम कर दो वक्त के खाने की जुगाड़ करें. दो दो बेटों के रहते अंजड़ निवासी बुजुर्ग महिला अपने कपकपाते शरीर के साथ थाने पर कलयुगी बेटों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंची तो थानेदार भी देखकर हैरान रह गए.(75 years old women registered fir against son)(Barwanison removed mother from home) (Barwani kalyugi son)

बड़वानी।जिले के अंजड़ में कलयुगी बेटे ने बुढ़ापे में अपनी मां का सहारा बनने की बजाए उसे दर दर की ठाकर खाने के लिए बेसहारा छोड़ दिया. 75 वर्षीय महिला बुढ़ापे में अपने हक के लिए दर-ब-दर भटक रही है. बेटे के दुर्व्यवहार के कारण बुजुर्ग मां अपनी शिकायत लेकर अंजड़ थाने पर पहुंची और अनुविभागीय अधिकारी के सामने अपना दुखड़ा सुनाया. (75 years old women registered fir against son)

बड़वानी कलयुगी बेटों की करतूत

टीन शेड हटाकर किराए के मकान में किया शिफ्ट: अंजड़ की रहने वाली बुजुर्ग महिला अपने बेटों से परेशान होकर अपनी शिकायत लेकर अंजड़ पुलिस थाने पर पहुंची. यहां पर महिला ने बताया कि उसके पुत्र उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. बुढ़ापे में उसे खाने के लाले तो पड़े ही हैं उसके सिर से आसरा भी चला गया है. बुजुर्ग महिला ने बताया कि, वह जिस मकान में रहती थी, वहां टीन शेड लगा था, लेकिन टीन शेड हटाकर किराए के मकान में शिफ्ट कर दिया गया है और 1 माह का किराया देने के बाद बेटे ने किराया देना बंद कडर दिया है. (Barwani kalyugi son)

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वृद्धा पेंशन के सहारे जीवन यापन:पीड़ित महिला को अपने बेटों ने घर के मकान से हटाकर किराए के मकान में शिफ्ट कर दिया और भरण पोषण करने की बजाए उसे बेघर कर दिया. इतना ही नहीं घर के सामने बुजुर्ग महिला के लिए दीवार भी खींच दी. बुजुर्ग महिला ने बताया कि, उसके दो बेटे हैं दोनो बेटे उसे टॉयलेट और बाथरूम में जाने पर भी पाबंदी लगा दिए हैं. जिसके चलते वह बाहर जाने के लिए मजबूर है. महिला लोगो के यहां काम करने के साथ हर माह मिलने वाली 600 रुपए की पेंशन के सहारे जीवन यापन करने को मजबूर है.(Barwani son removed mother from home)

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