मध्य प्रदेश

madhya pradesh

बिना पीपीई किट काम करने को मजबूर है स्वास्थ्य कर्मचारी, प्लास्टिक से चलाना पड़ रहा काम

By

Published : May 23, 2020, 10:48 PM IST

Updated : May 24, 2020, 11:34 AM IST

अशोकनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और प्रदेश की बदहाल तस्वीर देखने को मिली, जहां कोरोना संदिग्धों का सैंपल लेने स्वास्थ्य विभाग की टीम बहादुरपुर तहसील पहुंची. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट जगह पॉलीथिन का प्रयोग कर सैंपल लेने पड़े.

Health workers forced to work by replacing polythene with PPE kits in Ashoknagar
अशोकनगर में पीपीई किट जगह पॉलिथीन लगाकर काम करने को मजबूर स्वास्थ्य कर्मचारी

अशोकनगर। मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और प्रदेश की बदहाल तस्वीर देखने को मिली, कोरोना संदिग्धों का सैंपल लेने स्वास्थ्य विभाग की टीम बहादुरपुर तहसील पहुंची. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट की जगह पॉलीथिन का प्रयोग कर सैंपल लेना पड़ा.

अशोकनगर में पीपीई किट जगह पॉलिथीन लगाकर काम करने को मजबूर स्वास्थ्य कर्मचारी

दरअसल, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार तमाम उपाय कर रही हैं और प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त होने का दावा भी किया जा रहा हैं, लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर किस तरह काम कर रहे हैं. इसका नजारा बहादुरपुर में देखने को मिला. इतना ही नहीं हाथ में बाधा यह पॉलीथिन कुछ ही देर में फटकर उड़ भी गया. जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मचारी सिर्फ मास्क में ही रह गए. इस तरह की स्थिति देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि, स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. जिसके चलते डॉक्टर्स को अपनी जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ रहा है.

डॉक्टरों की जान के साथ हो रहे खिलवाड़ का मामला सामने आने के बाद, अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और हुक्मरानों की नींद कब खुलती है. या फिर यूं ही डॉक्टरों की जान के साथ खिलवाड़ होता रहेगा.

Last Updated :May 24, 2020, 11:34 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details