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चाईबासा: त्योहारों पर कोरोना का साया, सादे समारोह में मनेगा कर्मा पर्व

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Published : Aug 19, 2020, 7:55 PM IST

चाईबासा में बुधवार को उरांव समाज संघ क्षेत्रीय कमेटी ने बैठक का आयोजन किया. जहां कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सादे तरीके से कर्मा पर्व मनाए जाने का निर्णय लिया. इसके साथ ही इस बैठक में कई अहम निर्णय भी लिए गए हैं.

celebration of oraon community karma festival
उरांव समाज संघ क्षेत्रीय कमेटी की बैठक.

चाईबासा: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उरांव समुदाय ने सादे तरीके से कर्मा पर्व मनाने का निर्णय लिया है. 28 अगस्त को जागरण, 29 अगस्त को करम पूजन, 30 अगस्त को विसर्जन निर्धारित है. बता दें कि वैश्विक महामारी को देखते हुए उरांव समाज संघ क्षेत्रीय कमेटी ने पर्व के दौरान सामूहिक करम नृत्य, भीड़-भाड़ और पंडाल निर्माण पर पूरी तरह रोक लगाई है.

इसे लेकर उरांव समाज संघ क्षेत्रीय कमेटी की बैठक पुलहातु सामुदायिक भवन में हुई. बैठक में कर्मा पर्व को लेकर अहम निर्णय लेते हुए संख्या भी निर्धारित की गई है.

  • जावा खरीदने के लिए अधिकतम 5 लड़की
  • जावा जागरण में बालू लाने के लिए अधिकतम 7 लड़की
  • करम डाल लाने वाले श्रद्धालु की संख्या 7
  • करम टांड से अखाड़ा तक करम गोसाईं को लाने वाले श्रद्धालु की संख्या 11
  • अखाड़ा में पूजा अनुष्ठान के लिए पाहन पुजारी समेत 7 उपासक
  • कर्मा धर्मा की कथा के लिए अधिकतम 11 उपासक
  • विसर्जन दिन जावा वितरण के लिए अधिकतम 6
  • विसर्जन के लिए अधिकतम संख्या 15


सभी अखरा बरतेंगे सतर्कता
अध्यक्ष संचु तिर्की ने कहा कि कर्मा पर्व हमारी सभ्यता, संस्कृति से जुड़ा है. कोरोना को लेकर सभी अखरा सतर्कता बरतेंगे. उन्होंने कहा कि विषम परिस्थिति है, कम संख्या और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कर्मा मनाना है. उन्होंने पूरे समुदाय से सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए भक्ति भावना और श्रद्धापूर्वक कर्मा पर्व मनाने का आह्वान किया.

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तपावन को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें
सचिव अनिल लकड़ा ने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णयों पर सभी अखारों के मुखिया विशेष ध्यान देंगे. अनिल लकड़ा ने कहा कि अर्पित किए जाने वाले तपावन को पूजा अर्चना के बाद सिर्फ प्रसाद के रूप में ग्रहण करें. इसे नशा के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. सलाहकार सहदेव किस्पोट्टा ने कहा कि प्रशासन से मिलकर दिशा-दशा तय की जाएगी. प्रशासन के दिशा-निर्देश अनुसार ही समाजिक दूरी का पालन करते हुए पर्व मनाया जाएगा.

ये लोग रहे मौजूद
बैठक में दुर्गा खलखो, लक्ष्मण बरहा, बानटोला मुखिया दुर्गा कुजूर, नदीपार उरांवसाई मुखिया रमेश कुजूर, पुलहातु मुखिया मंगल खलखो ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पर्व मनाने पर विचार किया.

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