सरायकेला: सरकार को गलत जानकारी देकर राशन कार्ड का लाभ उठाने वाले सक्षम लोगों के खिलाफ जिला प्रशासन और खाद्य आपूर्ति विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इस अभियान में प्रतिनियुक्त शिक्षकों के माध्यम से जांच में अयोग्य मिले 1,397 राशन कार्ड चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 599 कार्ड को अविलंब रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा खाद्य आपूर्ति विभाग ने 14 हजार 336 डुप्लीकेट यूआईडी कार्डधारकों में से 378 के कार्ड को अब डिलीट कर दिया है.
कोविड-19 संक्रमण काल में सभी लोगों को भरपूर खाद्यान्न उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वकांक्षी योजनाएं चल रही है. ऐसे में कई सक्षम लोग इन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं, जिन्हें आपूर्ति विभाग लगातार चिन्हित कर रहा है. दूसरी ओर जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 2 हजार से भी अधिक ऐसे राशन कार्ड हैं, जो पूरी तरह निष्क्रिय हैं और छह महीनों से इन कार्ड से राशन का उठाव भी नहीं किया गया है.
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9 प्रखंड में कार्ड सर्वेक्षण शुरू
जिला प्रशासन के निर्देश पर आपूर्ति विभाग जिले के सभी नौ प्रखंड में कार्ड सर्वेक्षण और जांच अभियान चला रहा है. इधर, सर्वेक्षण में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जानकारी के अनुसार, गरीबों को मिलने वाली सुविधा का लाभ काफी साधन संपन्न और संभ्रांत लोग ले रहे हैं, जिनके घरों में टीवी, फ्रिज, एसी से लेकर आलीशान मकान है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से अयोग्य, संपन्न और नियम के विरुद्ध राशन कार्ड बनाने वालों की सूची तैयार कर ली गई है.