झारखंड

jharkhand

सरायकेला में डेंगू से एमबीबीएस छात्र की मौत! टीएमएच में था इलाजरत

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 30, 2023, 1:35 PM IST

झारखंड का स्वास्थ्य विभाग डेंगू के प्रसार को लेकर अलर्ट है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक डेंगू से झारखंड में छह मरीजों की मौत हो गई है. वहीं शुक्रवार रात सरायकेला में एक और मरीज की डेंगू से मौत की खबर सामने आयी है. हालांकि इसकी पुष्टि अब तक स्वास्थ्य विभाग ने नहीं की है. student died due to dengue in seraikela.

http://10.10.50.75//jharkhand/30-September-2023/jh-ser-01-dr-maut-jh10027_30092023113900_3009f_1696054140_79.jpg
MBBS Student Dies Due To Dengue

सरायकेला-खरसावां:झारखंड में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. इसका ज्यादा प्रसार जमशेदपुर, रांची और संथाल परगना के जिलों में देखने को मिल रहा है. कई जिलों के सरकारी और निजी अस्पतालों के वार्ड डेंगू के मरीजों से पटे हुए हैं. अब तक राज्य में 265 से अधिक डेंगू मरीजों की पहचान हुई है और अब तक डेंगू से झारखंड में छह मरीजों की मौत हो गई है. वहीं डेंगू के बढ़ते प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है.

ये भी पढ़ें-Dengue in Jharkhand: डेंगू के डंक से परेशान झारखंड! एक हफ्ते में चार मौत, दो महीने में मरीजों की संख्या में 10 गुना इजाफा

सरायकेला में एमबीबीएस छात्र की डेंगू से मौतः बताते चलें कि जमशेदपुर में डेंगू से अब तक छह मरीजों की मौत हो गई थी. हालांकि अपुष्ट जानकारी के अनुसार शुक्रवार के देर रात जमशेदपुर के पड़ोसी जिले सरायकेला में एक और शख्स की डेंगू से मौत हुई है. मरीज की मौत के बाद सरायकेला का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. मृतक की पहचान सरायकेला के आदित्यपुर थाना क्षेत्र के बाबा आश्रम निवासी अविनाश कुमार झा (21 वर्ष) के रूप में की गई है. अविनाश एमबीबीएस का छात्र था और टीएमएच में उसका इलाज चल रहा था.

लोगों ने निगम प्रशासन पर उदासीनता का लगाया आरोपः मृतक अविनाश बाबा आश्रम निवासी आईएन झा का सबसे छोटा पुत्र था. इधर, डेंगू से मौत की खबर से इलाके के लोगों में गम और आक्रोश है. लोगों का आरोप है कि स्थानीय निगम प्रशासन डेंगू की रोकथाम के लिए कारगर कदम नहीं उठा रहा है. जिसकी वजह से डेंगू अब महामारी का रूप ले चुका है.

परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़ःबता दें कि मृतक अविनाश एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र था. मृतक के पिता आईएन झा औद्योगिक क्षेत्र के जेनिथ फॉर्जिंग कंपनी में कार्यरत हैं. पुत्र की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. अविनाश भाई-बहन में सबसे छोटा था. अविनाश का बड़ा भाई भी जिनेथ कंपनी में काम करता है जबकि बहन मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई पूरी कर चुकी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details