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रांचीः उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज पर जाति के आधार पर छात्रों को बांटने का आरोप, जांच के लिए मेयर ने लिखा पत्र

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Published : Jul 16, 2020, 7:18 PM IST

रांची के उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज में जाति धर्म के आधार पर छात्राओं और समाज को बांटने का मामला सामने आया है. इस मामले में जांच के लिए मेयर आशा लकड़ा ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को पत्र लिखा है, और कॉलेज के नामांकन फॉर्म का हवाला देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की.

mayor asha lakda
मेयर आशा लकड़ा

रांचीः राजधानी के उर्सुलाइन इंटरमीडिएट महाविद्यालय की ओर से जाति धर्म के आधार पर छात्राओं को बांटने का आरोप लगा है. इस मामले को लेकर मेयर आशा लकड़ा ने गुरुवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज की ओर से जारी नामांकन फॉर्म का हवाला देते हुए करवाई की मांग की है. उन्होंने उर्सुलाइन इंटरमीडिएट महाविद्यालय के नामांकन फाॅर्म में हिंदू धर्म को किस प्रकार विभाजित कर बांटा गया है, इसकी जनकारी भी दी है. इसके तहत कहा है कि हरिजन जाति को हिंदू धर्म से अलग धर्म दिखाया गया है. अब तक भरे गए नामांकन फॉर्म में जो छात्र हरिजन समाज से आते हैं और वे धर्म के अनुसार हिंदू हैं. ऐसी छात्राएं जिन्होंने धर्म के कॉलम में हरिजन का विकल्प भरा है, उनका भविष्य क्या होगा. इसको लेकर मेयर ने पूरे मामले पर संज्ञान लेने की मांग की.

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साथ ही मेयर ने कहा है कि उर्सुलाइन इंटरमीडिएट महाविद्यालय प्रबंधन ने बड़ी ही चलाकी से ईसाई धर्म (CNI, GEL, CATHOLIC) को अलग-अलग करके दिखाया है. ऐसे में सवाल यह है कि ईसाई को तीन भाग में दिखाए या 10 भाग में, उसे ईसाई धर्म ही माना जाएगा. उन्होंने मंत्री से निवेदन किया है कि स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से इस मामले की जांच कराकर उर्सुलाइन इंटरमीडिएट महाविद्यालय प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा है कि एक शैक्षणिक संस्थान होते हुए उर्सुलाइन इंटरमीडिएट महाविद्यालय प्रबंधन सोची समझी साजिश के तहत समाज और धर्म को बांटने का काम कर रहा है. ऐसे में शैक्षणिक संस्थान किसके इशारे और किस मंशा से इस प्रकार के कार्य कर रहे हैं. इस बात को भी स्पष्ट करने की जरूरत है.

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