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महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह के खिलाफ पुलिस एसोसिशन ने खोला मोर्चा, एफआईआर दर्ज करने की मांग

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Published : Apr 24, 2020, 8:40 PM IST

पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर एफआईआर दर्ज करने के मामले को लेकर झारखंड पुलिस और कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने पूरे मामले में महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह के खिलाफ कई धाराओं पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

विधायक दीपिका के खिलाफ पुलिस एसोसिशन ने खोला मोर्चा
Police Association opened front against MLA Deepika

रांची:पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर एफआईआर दर्ज करने के मामले को लेकर झारखंड पुलिस और कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने शुक्रवार को पूरे मामले में महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन समेत अन्य धाराओं पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

विधायक दीपिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग

एसोसिएसन की आपात बैठक
गोड्डा जिला में विवाद सामने आने के बाद शुक्रवार को झारखंड पुलिस एसोसिएशन की आपात बैठक केंद्रीय कार्यालय में हुई. बैठक के दौरान एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस बात को लेकर चिंता जतायी कि महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह अपने क्षेत्र के थानेदारों को धमकाती रहती हैं, साथ ही उनके काम में बाधा भी डालती हैं. दीपिका पांडे सिंह की ओर से दबाव डालने के कारण पांच थानों के प्रभारी और सारे कर्मियों ने अन्यत्र अपने ट्रांसफर करने का आवेदन गोड्डा एसपी शैलेंद्र वर्णवाल को दिया था.

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क्या है एसोसिएशन की मांग
झारखंड पुलिस एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल पूरे मामले को लेकर डीजीपी एमवी राव से मिलने भी गया था, लेकिन प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात डीजीपी से नहीं हो पायी. एसोसिएशन ने पूरे मामले में विधानसभा अध्यक्ष, प्रभारी, गृह सचिव और डीजीपी को पत्र भेजा है. एसोसिएशन ने मांग की है कि थानेदारों की ओर से विधायक पर लगाए गए आरोप की उच्चस्तरीय जांच हो, साथ ही पूरे मामले में विधि सम्मत कार्रवाई की जाए. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को लिखे पत्र में एसोसिएशन के सदस्यों ने लिखा है कि विधायक के मामले में जांच हो, ताकि संवैधानिक संस्थानों की मर्यादा बनी रहे.

एक ही दिन में निलंबन मुक्त हुए थानेदार

एसोसिएशन ने लिखा है कि लॉकडाउन के दौरान विधायक ने कानून के खिलाफ जाकर धरना दिया, जो कि संज्ञेय अपराध है. ऐसे में उनके खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. एसोसिएशन ने यह भी तय किया है कि मांग नहीं मानी गईं तो लॉकडाउन के बाद राज्य भर में रणनीति तय कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मामले में विवाद होने के बाद गोड्डा एसपी शैलेंद्र वर्णवाल ने एक ही दिन में महगामा के थानेदार बलराम रावत को निलंबन मुक्त कर दिया. गौरतलब है कि महागामा विधायक की ओर से पत्रकार अर्णब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर सारा विवाद हुआ था.

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एफआईआर दर्ज करने की बात

महगामा थानेदार ने पूरे मामले में वरीय अधिकारियों से बात कर एफआईआर दर्ज करने की बात विधायक को कही थी, जिसके बाद विधायक थानेदार के निलंबन पर अड़ गई थी. विधायक की ओर से धरना दिए जाने के बाद गोड्डा एसपी ने थानेदार को निलंबित किर दिया था. निलंबन के बाद पांच अन्य थानेदारों और थाने के कर्मियों ने महगामा विधानसभा क्षेत्र से अन्य थाना क्षेत्रों में तबादले की गुजारिश गोड्डा एसपी से की थी.

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