रांचीः रिम्स की लचर व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग को लेकर दायर याचिका पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने मामले में सभी पक्षों को सुनने के उपरांत रिम्स निदेशक को यह बताने को कहा है कि, रिम्स में क्या-क्या कठिनाई है? ताकि उन कठिनाइयों को दूर किया जा सके. रिम्स को बेहतरीन अस्पतालों में से एक बनाया जा सके.
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18 मार्च को मामले की अगली सुनवाई
झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत में रिम्स की लचर व्यवस्था को ठीक करने के बिंदु पर सुनवाई हुई. न्यायाधीश ने अपने आवासीय कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मामले की सुनवाई की. वहीं याचिकाकर्ता के अधिवक्ता और सरकार के अधिवक्ता ने अपने-अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अपना पक्ष रखा. अदालत ने मामले में सभी पक्षों को सुनने के बाद रिम्स निदेशक को अपना जवाब पेश करने को कहा है.
अदालत ने निदेशक को अपने जवाब में यह बताने को कहा कि रिम्स को बेहतरीन अस्पतालों में से एक बनाए जाने में क्या-क्या कठिनाइयां हैं? ताकि उन कठिनाइयों को दूर किया जा सके और रिम्स को राज्य स्तर पर ही नहीं बल्कि देश स्तर पर एक अच्छा अस्पताल बनाया जा सके. मामले की अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी.