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झारखंड मिशन 2024: मोदी का मंत्र, RJD के 4 का दांव, 9 के नाव पर कांग्रेस, हेमंत का क्या? चुनावी बिसात बिछाने में जुटे दल

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 21, 2023, 4:37 PM IST

Updated : Nov 21, 2023, 4:58 PM IST

Election season 2024 may interesting in Jharkhand. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, झारखंड में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. चाहे भाजपा हो या झारखंड में सत्तारूढ़ दल सभी चुनावी बिसात बिछाने में जुट गए हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों का बंटवारा अहम माना जा रहा है, क्योंकि विभिन्न पार्टियां सीटों पर दावा ठोकती नजर आ रही हैं. वहीं झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भी सुगबुगाहट तेज हो गई है.

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रांचीः2024 झारखंड का चुनावी साल है. ऐसे में 2023 जैसे-जैसे अपने सफर के अंत की ओर है और 2024 आने की दस्तक दे रहा है, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी चुनाव की तैयारी और राजनीतिक कार्यक्रम में जोर-शोर से जुट गए हैं. सभी राजनीतिक दलों ने मिशन 2024 की तैयारी को लेकर अपने सियासी पत्ते बिछाने शुरू कर दिए हैं. 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के बाद से जिस तरह की राजनीतिक स्थिति झारखंड के सियासी माहौल में जगह ले रही है, वह झारखंड में राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारी और 2024 के चुनावी साल के आहट के साथ बड़ी बात कह रहा है.

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बीजेपी का मिशन मोदी दावः15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कई बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी झारखंड दौरे पर आए थे. पहले यह तय किया गया था कि पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ एक दिन के दौरे पर झारखंड आएंगे, लेकिन बाद में कार्यक्रम में बदलाव हुआ और पीएम नरेंद्र मोदी 14 नवंबर को ही रांची पहुंच गए. प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए भाजपा ने तैयारी में पूरी ताकत लगा दी थी. पीएम मोदी ने झारखंड से देश के लिए दो योजनाओं को लॉन्च कर अपनी पुरानी परिपाटी को दोहरा दिया. जिसमें कहा जाता है कि झारखंड नरेंद्र मोदी की योजनाओं की लॉन्चिंग पैड है. साथ ही झारखंड के लिए अपना प्रेम भी पीएम नरेंद्र मोदी ने दर्शाया. वहीं पीएम के आगमन के बाद झारखंड बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में 2024 के दोनों मिशन के फतह के लिए नई ऊर्जा आ गई. 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी लगी है. साथ ही 2024 में ही राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी प्रदेश बीजेपी तैयारियों में जुट गई है.

सत्यमेव और सत्तामेव से तैयारीः झारखंड में पीएम नरेंद्र मोदी के जाने के बाद कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लोग भी आगामी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. नरेंद्र मोदी के जाने के दूसरे ही दिन शिवसेना के आदित्य ठाकरे और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के शशि थरूर झारखंड दौरे पर आए थे. कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी और बैठक में मिशन 2024 की तैयारी और रणनीति को लेकर चर्चा की गई थी. तैयारी का साफ उद्देश्य है कि 2024 में मोदी मिशन को तोड़ना और बीजेपी के लिए झारखंड में राजनीति की राह को और कठिन बनाना है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के लोगों का पीएम मोदी पर बयानबाजी लाजमी भी है.

झारखंड में विकास और आरोपों से घिरी राज्य सरकार और इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के नेता भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी को जवाब देने की तैयारी में जुटे हैं. वहीं बीजेपी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है. पिछले दिनों झारखंड दौरे पर आए आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम सत्यमेव जयते की राजनीति करते हैं, जबकि भाजपा के लोग सत्तामेव जयते की राजनीति करते हैं तो ऐसे में जो लोग सिर्फ सत्ता की राजनीति करेंगे, उनके लिए विकास बेमानी है. इस बयान के साथ ही 2024 में विकास की राजनीतिक की तैयारी और कार्यकर्ताओं के बीच दिया जाने वाला संदेश भी साफ हो गया है कि मिशन 2024 की तैयारी में जुटे राजनीतिक दल विकास के मुद्दे पर ही जनता के बीच जाएंगे.

चार सीट का चक्कर, RJD-JMM की जंगः 2024 की तैयारी में राष्ट्रीय जनता दल भी जुटी हुई है. इसके लिए सभी सीटों पर मंथन किया गया और उसके बाद राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से ऐलान कर दिया गया कि झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर राजद चुनाव लड़ेगी. राष्ट्रीय जनता दल ने पलामू, चतरा, गोड्डा और कोडरमा सीट पर अपना दावा ठोक दिया है. वहीं इसको लेकर कार्यकर्ताओं ने विधिवत बैठक भी की है. कुछ महीने पहले पलामू में हुई बैठक में मंत्री सत्यानंद भोक्ता के सामने ही राजद कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी कि महागठबंधन का हिस्सा होने के बाद भी उनकी बातें नहीं सुनी जाती हैं. ऐसी स्थिति में हमें अपनी जनाधार को मजबूत करना चाहिए. उसके बाद से इस बात के कयास लगाए जाने शुरू हो गए थे कि राष्ट्रीय जनता दल अपनी तैयारी में सीटों की संख्या का आधार बड़ा कर सकती है और अब राष्ट्रीय जनता दल ने चार सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है. हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा भले इस बात को कह रही है कि दूसरे और तीसरे पंक्ति के नेताओं के बयान उनके लिए कोई मायने नहीं रखते, लेकिन सवाल यह भी है कि इन नेताओं को बयान देने के लिए आला कमान ने ही अधिकृत किया है तो ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल के यह नेता अगर चार सीटों पर दावा ठोक रहे हैं तो निश्चित तौर पर इसके पीछे उनकी पूरी पार्टी खड़ी है, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के बयान के बाद एक सियासी टकराव भी दिख रहा है.

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21 नवंबर- सीएम हेमंत का टास्कःमिशन 2024 की तैयारी में झारखंड मुक्ति मोर्चा भी जुटी हुई है और इसको लेकर के झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष सीएम हेमंत सोरेन भी पार्टी के बड़े पदाधिकारियों के साथ 21 नवंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. जिसमें सीएम ने राजनीतिक रणनीति के तहत पार्टी के सीनियर नेताओं और कार्यकर्ताओं को कई टास्क दिए हैं. मिले टास्क के तौर पर एक बात जरूर कार्यकर्ता कह रहे हैं कि हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद झारखंड में जो विकास का माहौल बना है और जिस तरीके से लोगों को सरकार ने सुविधाएं मुहैया कराई हैं उसे आम जनता तक पहुंचना है. हेमंत सोरेन के कार्यकाल में हुए विकास के कार्यों को लेकर जनता के बीच कार्यकर्ता लेकर जाएंगे. मिशन 2024 की तैयारी में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी पूरी ताकत लगा दी है. हालांकि लोकसभा चुनाव को लेकर टिकट बंटवारा झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ महागठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियों के बीच एक बड़ी खाई के तौर पर जरूर दिख रही है, लेकिन सियासत में जो दिखता है वह होता नहीं है. ऐसे में यह माना जा सकता है कि झारखंड 2024 के आने की अंगड़ाई लेना शुरू कर दिया है तो विभिन्न राजनीतिक दल भी 2024 में होने वाले सियासी संग्राम को फतह करने के लिए बिसात बिछाना शुरू कर दिए हैं.

Last Updated :Nov 21, 2023, 4:58 PM IST

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