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रांचीः अनुसंधान केन्द्र प्लाण्डु का कृषि सचिव ने किया निरीक्षण, योजनाओं की प्रगति की ली जानकारी

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Published : Nov 1, 2020, 2:04 AM IST

झारखंड सरकार के प्रधान कृषि सचिव अबूबकर सिद्दिकी एवं निदेशक (उद्यान) वरुण रंजन ने कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, प्लाण्डु का भ्रमण किया. उन्होंने झारखंड के किसानों को केन्द्र की गतिविधियों से जोड़ने पर बल दिया.

अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण
अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण

रांचीः झारखंड सरकार के प्रधान कृषि सचिव अबूबकर सिद्दिकी एवं निदेशक (उद्यान) वरुण रंजन ने कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, प्लाण्डु का भ्रमण किया. केन्द्र के कार्यकारी प्रधान डॉ. बालकृष्ण झा ने उपर्युक्त उच्चाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि केन्द्र एवं झारखंड सरकार के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के संयुक्त प्रयास से नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों द्वारा किसानों की उत्पादन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी एवं यह उनके सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगा.

वैज्ञानिकों के साथ विचार- विमर्श बैठक में केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ विकाश दास द्वारा केन्द्र के योगदान पर एक संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया गया. कृषि सचिव सिद्दिकी ने अपने सम्बोधन में केन्द्र की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने झारखंड के किसानों को केन्द्र की गतिविधियों से जोड़ने पर बल दिया.

साथ-साथ उन्होंने केन्द्र द्वारा विकसित आधुनिक तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने की भी आवश्यकता जतायी. उद्यान निदेशक वरुण रंजन ने कहा कि उद्यानिकी क्षेत्र में झारखंड सरकार एवं अनुसंधान संस्थान के बीच सशक्त तालमेल से कार्य करने से ही तकनीकों को किसानों के खेतों तक बेहतर ढंग से पहुंचाया जा सकता है.

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इसके बाद अधिकारियों को प्रदर्शनी कक्ष में केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया गया. केन्द्र के प्रायोगिक प्रक्षेत्र के भ्रमण के दौरान इन उच्चाधिकारियों ने केन्द्र द्वारा विकसित विभिन्न उन्नत तकनीकों जैसी फसलों के अवशेषों के पुनः प्रयोग द्वारा केंचुआ खाद निर्माण की तकनीक, कम लागत वाले प्राकृतिक हवादार पॉलीहाउस में सब्जियों की संरक्षित खेती , बैंगन की जड़ों पर टमाटर की ग्राफ्टिंग, अमरूद की अतिसघन बागवानी , कृषि - वानिकी आधारित बागवानी , बासमती सोयाबीन की उन्नत किस्मों, प्रकंदों की उन्नत किस्मों , फलों की पौधशाला, परवल की कटिंग, समेकित कृषि प्रणाली , जैविक एवं जीरो बजट नैचुरल फार्मिंग, रोपण ज्यामिति एवं अवस्था आधारित उद्यानिकी फसलों, सौर ऊर्जा आधारित कीट-नियंत्रक यंत्र आदि का अवलोकन किया. इस अवसर पर भ्रमण के समन्वयक विकास कुमार , जिला कृषि एवं उद्यान पदाधिकारी भी मौजूद थे.

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