रामगढ़ःन्यूगिरिडीह-रांची के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन मंगलवार को हो गया है. यह ट्रेन आज गिरिडीह-हजारीबाग होते हुए बरकाकाना जंक्शन पहुंची. जहां रेलवे के अधिकारियों सहित आम लोगों ने ट्रेन का जोरदार स्वागत किया. हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा हजारीबाग से इंटरसिटी ट्रेन पर सवार होकर बरकाकाना जंक्शन पहुंचे. जहां स्टेशन पर जयंत सिन्हा और बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद और रेलवे के वरीय अधिकारियों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई.
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विस्टाडोम कोच में बैठकर यात्री उठा सकेंगे प्राकृतिक नजारों का लुत्फः बताते चलें कि इंटरसिटी एक्सप्रेस झारखंड की पहली विस्टाडोम कोच वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन है, जिसे खासकर इस रूट की ट्रेन में लगाया गया है. क्योंकि बरकाकाना से साकी होते हुए मेसरा तक काफी खूबसूरत नजारे हैं. ट्रेन जब पहाड़ों के रास्ते पटरी पर दौड़गी तो ट्रेन में बैठे यात्री बाहर का नजारा ले सकेंगे. प्राकृतिक सुंदरता यात्रियों का मन मोह लेगी. गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन रामगढ़ जिले के पर्वतीय क्षेत्र में बने एक कृत्रिम सुरंग और तीन पहाड़ी सुरंगों से होकर अपने गंतव्य तक जाएगी. गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन सुबह 6:05 मिनट पर रांची से खुलेगी और दोपहर एक बजे न्यू गिरिडीह पहुंचेगी. वहीं वापसी में यह ट्रेन न्यू गिरिडीह से दोपहर दो बजे खुलेगी और रात 09:30 बजे रांची पहुंचेगी.
फिलहाल परिवर्तित मार्ग से चलेगी इंटरसिटी एक्सप्रेसःइंटरसिटी एक्सप्रेस फिहलाल परिवर्तित मार्ग बरकाकाना, मुरी, टाटीसिल्वे मार्ग से चलेगी. हालांकि इसका रूट रेलवे की ओर से बरकाकाना, मेसरा, टाटीसिल्वे मार्ग है. क्योंकि पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद डिवीजन के हेहल और सांकी के बीच भूस्खलन के कारण चट्टान ट्रैक पर आ गिरा था इस कारण सवारी रेलगाड़ी का परिचालन सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद है. रेलवे ट्रैक के किनारे भूस्खलन वाले स्थल पर युद्ध स्तर पर रेलवे की ओर से कार्य किया जा रहा है. अभी इस रूट से केवल मालगाड़ियों का ही परिचालन हो रहा है. इस रूट पर चलने वाली पहली यात्री ट्रेन पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस भी अगस्त के पहले सप्ताह से परिवर्तित मार्ग पर चलाई जा रही है.
कम खर्च में लोग पहुंच सकेंगे रांची से गिरिडीहःइस मौके पर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद कहा कि यह कनेक्टिविटी बड़कागांव विधानसभा ही नहीं, बल्कि इस पूरे क्षेत्र के आसपास के लोगों को लिए फायदेमंद रहेगा. हालांकि अभी डायवर्टेड रूट पर ट्रेन चल रही है इसलिए करीब एक घंटे का समय अधिक लगेगा, लेकिन आने वाले समय में जब निश्चित रूट पर ट्रेन चलने लगेगी तब लोगों को सहूलियत होगी. कम खर्च में लोग रांची से गिरिडीह तक कनेक्ट हो जाएंगे. हालांकि उन्होंने वंदे भारत के किराए को लेकर सवाल उठाए कि वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया अधिक होने से आम लोग इस ट्रेन में यात्रा नहीं कर पा रहे हैं. यदि केंद्र सरकार किराए में कमी करेगी तो आम लोग भी वंदे भारत ट्रेन में सफर कर सकेंगे. उन्होंने केंद्र सरकार और रेलवे प्रबंधन से सुदूरवर्ती क्षेत्र के लिए पैसेंजर ट्रेन चलाने की भी मांग की, ताकि किसान और मजदूर दूसरे स्थान पर जाकर रोजी-रोटी कमा सकें और अपनी आय बढ़ा सकें.
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जल्द रूट पर चलेगी लंबी दूरी की ट्रेनेंःवहीं इस अवसर पर हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि न्यू गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस कम किराए में लोगों को हजारीबाग से लेकर रांची तक पहुंचाएगी. लोगों को समय की बचत होगी और साथ ही साथ विस्टाडोम कोच में बैठकर स्विट्जरलैंड जैसी वादियों का लुत्फ उठा सकेंगे. जल्द ही रांची, मेसरा, बरकाकाना और हजारीबाग के बीच लंबी दूरी की ट्रेन भी चलेगी. साथ ही पैसेंजर ट्रेन के लिए भी वे प्रयास करेंगे. ट्रेन के बरकाकाना से रांची के बीच पड़ने वाले सिधवार, हेहल, दाडीदाग, कोड़ी, कडरु, जोबो, सांकी, हुंडूर, झांझीटोला के ग्रामीण अभी ट्रेन का लाभ नहीं उठा सकेंगे. क्योंकि अभी इसका ठहराव इस रूट में पड़ने वाले किसी भी स्टेशन या हाल्ट पर नहीं है. वर्तमान में इन क्षेत्रों में यातायात का साधन निजी वाहन, कॉमर्शियल वाहन, दोपहिया वाहन अथवा पैदल यात्रा है .