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योजनाओं का हुआ बंदरबांट, अधिकारी एक-दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा, पाकुड़ की व्यवस्था देख भड़कीं महिला आयोग की सदस्य

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Published : Jun 28, 2023, 12:08 PM IST

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य पाकुड़ पहुंची. वहां लाभुकों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही सुविधाओं में कटौती का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि योजनाओं में बंदरबांट हो रहा है.

Member of National Commission for Women
महिला राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी

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पाकुड़: संथाल परगना प्रमंडल से राष्ट्रीय महिला आयोग को भेजी गयी शिकायत की जांच करने आयोग की सदस्य ममता कुमारी पाकुड़ पहुंची. ममता ने अधिकारियों की टीम के साथ मंडल कारा, वन स्टॉप सेंटर के अलावे पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे इलाकों का निरीक्षण किया और महिलाओं को मिल रही सुविधाओं सहित उनकी चीजों के बारे में जानकारी ली.

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आयोग की सदस्य ने बताया कि केंद्र प्रायोजित योजना के लाभ जो लाभुकों को मिलने चाहिए उसका यहां बंदरबांट हुआ है. अधिकारियों से पूछने से एक दूसरे पर फेंकने का काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएम के नाम पर चलाई जाने वाली योजनाओं को सिर्फ कागजी प्रक्रिया में दिखाने का काम यहां के अधिकारियों ने किया है. जिसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार एवं आयोग को की जाएगी. उन्होंने कहा कि महिलाएं आज पाकुड़ में शुद्ध पेयजल के लिए भटक रही हैं, जो शर्मनाक है.

आयोग की सदस्य जिला के महेशपुर, पाकुड़ शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से मिली और इनके जीवनस्तर में बदलाव आदि की जानकारी ली. महिला आयोग की सदस्य ने पुलिस एवं सिविल प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक जानकारी ली.

जांच करने पहुंची आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने बताया कि निरीक्षण व जांच की गई है और इससे संबंधित रिपोर्ट केंद्र सरकार व आयोग को सौंपी जाएगी. उन्होंने बताया कि पाकुड़ जिले में केंद्र प्रायोजित योजना पीएम आवास, उज्ज्वला योजना, हर घर नल से जल योजना सहित अन्य योजनाओं का हाल बेहाल है.

महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षित रखने, महिलाओं की अस्मिता बचे, उनका शोषण न हो. कहा कि महिलाओं की जाति में परिवर्तन, जमीन का बंदरबांट, ट्रैफिकिंग का मामला हो, पलायन इन सारी बिंदुओं की जांच की गई है. इसे लेकर महिला आयोग ने सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की. महिलाएं सुरक्षित रहे, उनके साथ अन्याय न हो, त्वरित न्याय मिले, बाल अपराध पर लगाम लगे इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई.

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