पाकुड़: सहकारिता विभाग की गृहलक्ष्मी जमा वृद्धि योजना में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है. यह घोटाला अधिकारियों की लापरवाही, लैम्पस के एजेंट और सदस्य सचिव की मिलीभगत से हुआ है. इस योजना के ग्राहक अपनी जमा की गई राशि की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद राशि के भुगतान को लेकर लैम्पस का चक्कर लगा रहे हैं. जबकि, खाताधारियों की राशि का गबन करने वाले पूर्व सदस्य सचिव और वर्तमान सहायक, लैम्पस में ताला लटका कर फरार हो गए हैं.
इस मामले को लेकर सहकारिता विभाग के पूर्व सदस्य सचिव श्यामल कुमार शाह के खिलाफ सरकारी राशि के गबन और धोखाधड़ी को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. साथ ही लैम्पस के पूर्व सदस्य सचिव पर 2 करोड़ 39 लाख 59 हजार 934 रुपये गबन करने का आरोप भी लगाए गए हैं. गृहलक्ष्मी जमा वृद्धि योजना के तहत लैम्पस में राशि जमा करने वाले वैसे खाताधारी जिन्हें अभी तक राशि का भुगतान नहीं हुआ है, उनके भुगतान को लेकर सहकारिता विभाग आवश्यक कार्रवाई करने में जुटी हुई है.
इस योजना में फर्जी तरीके से कमीशन राशि का हेराफेरी करने और रुपये गबन करने को लेकर 4 अभिकर्ताओं के खिलाफ कुर्की-जब्ती का नोटिस निर्गत किया गया है. वहीं, इस मामले को लेकर सहायक निबंधक कुमार गौतम ने बताया कि गृहलक्ष्मी जमा वृद्धि योजना के तहत खाता खोलकर लोगों के पैसा जमा लिए गए थे. जिसमें अभिकर्ता खाताधारी से राशि की वसूली कर लैम्पस के सदस्य सचिव के यहां जमा करते थे और सदस्य सचिव उसे बैंक खाते में जमा करते थे.