लोहरदगा: पुलिस ने पीएलएफआई के एक माओवादी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए माओवादी प्रकाश यादव के पास से पुलिस ने मजदूरों से लूटे गए मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. पुलिस गिरफ्तार माओवादी से पूछताछ कर गिरोह के सदस्यों के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है. लोहरदगा पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है. बताते चलें कि हाल के दिनों में पीएलएफआई के माओवादियों ने आगजनी कर क्षेत्र में दहशत फैलाने का काम किया था. उग्रवादियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार सक्रिय है.
Maoist In Lohardaga: लोहरदगा में पीएलएफआई का हार्डकोर माओवादी गिरफ्तार, लोगों में दहशत फैलाकर लेवी वसूलता था
प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई का एक हार्डकोर माओवादी लोहरदगा पुलिस के हत्थे चढ़ा है. पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी. गिरफ्तार माओवादी पर भंडरा और कुडू थाना क्षेत्र में आगजनी, मारपीट, लूट और लेवी वसूलने का आरोप था. पुलिस माओवादी से पूछताछ कर रही है.
भंडरा और कुडू थाना क्षेत्र में माओवादी ने फैलायी थी दहशतः लोहरदगा जिले के भंडरा थाना क्षेत्र के बंडा पतराटोली में नहर निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ मारपीट और सात मोबाइल फोन लूट की घटना को माओवादी ने अंजाम दिया था. पीएलएफआई के हथियारबंद दस्ते ने कुडू थाना क्षेत्र के मकान्दू में स्थित क्रशर में एक पोकलेन, एक साउंडलेस जनरेटर सहित एक करोड़ रुपए की मशीनों को आग के हवाले कर दिया था. साथ ही मजदूरों के साथ मारपीट भी की थी.
रांची के चान्हो थाना क्षेत्र का निवासी है माओवादीः घटना के बाद पुलिस पीएलएफआई के माओवादियों की तलाश कर रही थी. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली थी कि इस घटना में रांची जिले के चान्हो थाना क्षेत्र के साड़म गांव निवासी प्रकाश यादव भी शामिल रहा है. जिसके बाद पुलिस की टीम ने छापेमारी करते हुए प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही मुंशी को धमकी देने में प्रयुक्त मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है. गिरफ्तार उग्रवादी के बारे में पुलिस फिलहाल कोई जानकारी नहीं दे रही है, परंतु पुलिस गिरफ्तार किए गए पीएलएफआई उग्रवादी से पूछताछ करते हुए गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी पता लगाने का प्रयास कर रही है.
प्रकाश यादव की लंबे समय से थी पुलिस को तलाशः लोहरदगा पुलिस को पीएलएफआई के उग्रवादी प्रकाश यादव की लोहरदगा जिले के दो अलग-अलग स्थानों में आगजनी, मजदूरों के साथ मारपीट और लेवी के लिए धमकी देने के मामले में तलाश थी. पुलिस इसकी तलाश को लेकर लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी बीच पुलिस को यह सफलता मिल पाई है.